उज्जैन. कोरोना वायरस का उज्जैन में संदिग्ध मरीज मिला है। उसको माधव नगर अस्पताल के आइसोलेशन वाॅर्ड में भर्ती किया है। मरीज चीन के वुहान में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है। वह 13 जनवरी को भारत लौटा। चीन से आने वाले लोगों की जांच के लिए एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग की व्यवस्था है, लेकिन उसके पहले ही छात्र भारत लौट आया था। इस वजह से उसकी वहां पर जांच नहीं हो सकी। विदेश मंत्रालय की सूचना पर ऐसे मरीजों की तलाश की जा रही है। इधर, कोरोना वायरस को लेकर मध्य प्रदेश में अलर्ट जारी कर दिया गया है। स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने प्रमुख सचिव समेत सभी जिले के स्वास्थ्य अधिकारियों को इसकी रोकथाम के लिए निर्देश जारी किए हैं।
मरीजों की सर्दी-खांसी नहीं हो रही ठीक
उज्जैन में मिले संदिग्ध मरीज काे सर्दी-खांसी की शिकायत है। कोरोना वायरस की पुष्टि के लिए सैंपल लेकर पुणे भेज दिए हैं। सीएमएचओ डॉ. महावीर खंडेलवाल ने बताया कि मरीज और उसकी मां काे कोरोना वायरस हो सकता है। दोनों का इलाज किया जा रहा है। जांच रिपोर्ट आने पर ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। दोनों की हालत खतरे से बाहर है।
सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को इसे गंभीरता से लेने को कहा
स्वास्थ्य मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि कोरोना वायरस मामला को लेकर मप्र सरकार गंभीर है। निजी और शासकीय अस्पतालों के साथ ही एयरपोर्ट पर भी अलर्ट कर दिया गया। मैंने प्रमुख सचिव स्वास्थ्य, कमिश्नर हेल्थ के साथ ही प्रदेशभर के स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया है कि इस वायरस ने जो प्रदेश में दस्तक दी है, उसे गंभीरता से लें और इसके रोकथाम को लेकर उचित कदम उठाएं।
वायरस से प्रभावित देश से आने वालों की करवाई जा रही स्क्रीनिंग
मध्यप्रदेश सरकार ने भी सतर्कता बरतते हुए प्रदेश में एडवाइजरी जारी की है। स्वास्थ्य विभाग देवी अहिल्या हवाई अड्डे पर प्रभावित देशों से आने वाले यात्रियों के चेक अप और स्क्रीनिंग करवा रही है। स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि वायरस को लेकर लोगों में जागरूकता लाने की आवश्यकता है। वायरस क्या है और इससे रोकथाम के लिए विशेष कदम उठाते हुए व्यापक प्रचार किए जाएंगे। सीएमएचओ के मुताबिक, सभी मेडिकल काॅलेज डीन, जिला अस्पताल अधीक्षकों को संदिग्ध मरीज के इलाज के लिए हाॅस्पिटल में आईसाेलेशन वार्ड बनाने के निर्देश दिए गए हैं।
कोरोना वायरस के ये हैं लक्षण
सीएमएचओ डॉ. प्रवीण जड़िया के अनुसार कोरोना वायरस के शुरुआती लक्षण के रूप में सिरदर्द, नाक बहना, खांसी आना, गले में खराश होना, बुखार आना, बार-बार अस्वस्थ्य होना, छींक आना, थकान महसूस हाेने के साथ, निमोनिया, फेफड़ों में सूजन दिखाई देगी। यदि किसी व्यक्ति में इस प्रकार के लक्षण हों और वह 14 दिन के भीतर किसी ऐसे बीमार व्यक्ति के संपर्क में आया हो तो जांच करवाना जरूरी है।
14 लोग अस्पतालों में भर्ती, 450 से ज्यादा निगरानी में रखे गए
संक्रमण की आशंका में जयपुर, मुंबई, पटना, बेंगलुरू, उज्जैन सहित विभिन्न शहरों में 14 लोग अस्पतालों में भर्ती हैं। कोलकाता में चीन की एक महिला को बीमार होने पर आइसोलेशन वार्ड में रखा गया। देशभर में 450 लाेग निगरानी में हैं। भारत में अभी तक काेराेनावायरस का काेई केस कन्फर्म नहीं हुआ है। केंद्र के अधिकारियों ने सोमवार को बैठक कर कोरोना वायरस से निपटने की तैयारियों का जायजा लिया। प. बंगाल, उत्तराखंड, यूपी, बिहार और सिक्किम को निर्देश दिए गए हैं कि नेपाल से आने वालों की स्क्रीनिंग की जाए। प. बंगाल के पानीटंकी, उत्तराखंड के जुआलघाट और जाैलजिबी में स्क्रीनिंग की जा रही है।
जैविक हथियारों की रिसर्च से तो नहीं जुड़ा यह वायरस?
इजराइल के पूर्व मिलिट्री इंटेलिजेंस अधिकारी डैनी शोहम ने आशंका जताई है कि वुहान की लैबोरेट्री में जैविक हथियारों पर चोरी-छिपे चल रही रिसर्च में ही कोरोना वायरस पैदा हुआ होगा। वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी चीन का सबसे उन्नत वायरस रिसर्च संस्थान है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने जाेखिम के आंकलन में गलती मानी
डब्ल्यूएचओ ने माना कि काेराेना वायरस के वैश्विक जाेखिम के आंकलन में गलती हुई। संस्था ने जाेखिम स्तर ‘मध्यम’ से बढ़ाकर ‘उच्च’ कर दिया है। चीन में यह जाेखिम ‘बेहद उच्च’ है।
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