Tuesday, 10th June 2025

भोपाल / हजारों होमगार्ड का भोपाल में प्रदर्शन, कहा- जवान कब तक 'स्वयंसेवी' बने रहेंगे; सड़क पर धरना देने आए तो पुलिस ने अंदर किया

Tue, Jan 28, 2020 1:15 AM

 

  • नियमितीकरण की मांग को लेकर होमगार्ड ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला
  • होमगार्ड जवानों ने कहा- जब तक मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक धरना प्रदर्शन करेंगे
  • जवान होमगार्ड मुख्यालय से बाहर आकर करने लगे प्रदर्शन, डीआईजी ने मोर्चा संभाला

 

भोपाल. मध्यप्रदेश के होमगार्ड जवानों ने सोमवार को भोपाल में विभागीय मुख्यालय पहुंचकर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि होमगार्ड जवान के साथ कब तक 'स्वयंसेवी' शब्द जुड़ा रहेगा। अब हमें पुलिस जैसी नियमित नौकरी चाहिए। पुलिस की तरह वेतन दिया जाए। पूरे 12 महीने की नौकरी हो और नियमितीकरण किया जाए। जवान होमगार्ड मुख्यालय से बाहर आकर सड़क पर बैठ गए और नारेबाजी करने लगे। इस पर डीआईजी इरशाद वली के निर्देश पर पुलिस ने उन्हें अंदर भेज दिया, लेकिन वह फिर से बाहर आकर बैठ गए हैं। 

होमगार्ड ने कहा कि हमारा हर तीन साल में पुलिस वेरिफिकेशन और मेडिकल जांच कराना बंद किया जाए। अगर सरकार ने इन मांगों को पूरा नहीं किया तो होमगार्डों का आंदोलन और धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। इसी मांग को लेकर होमगार्ड मुख्यालय परिसर में प्रदेश भर से आए होमगार्ड के हजारों जवान पहुंच गए हैं। अब तक उनसे मिलने और बातचीत के लिए कोई अफसर या सरकार का प्रतिनिधि नहीं पहुंचा है। प्रदर्शन में प्रदेशभर से आए करीब 2700 होमगार्ड पहुंचे हैं। जवानों ने मांगे नहीं माने जाने पर भूख हड़ताल करने की चेतावनी भी दी है।

पीएचक्यू की तरफ जाने वाली सड़क पर बैरिकेडिंग लगाई 

होमगार्ड के जवानों के हंगामे को देखते हुए पुलिस ने मंत्रालय से पुलिस कंट्रोल रूम की ओर आने वाली सड़क पर तीन जगह बैरिकेड लगाकर रास्ते बंद कर दिए हैं। चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात किया गया है। मीडिया कर्मियों को भी अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है। होमगार्ड जवान धरना प्रदर्शन के लिए मुख्यालय के दूसरे गेट से बाहर सड़क पर बैठ गए और धरना देने लगे। इस पर डीआईजी इरशाद वली ने उन्हें समझाइश देकर अंदर जाने को कहा। उन्होंने ये भी कहा कि मैं बात करूंगा, लेकिन ऐसा कोई आश्वासन नहीं दे सकता हूं। इस दौरान कुछ लोगों को वहां से उठाकर अंदर करना पड़ा। धरना प्रदर्शन के दौरान एक महिला होमगार्ड को चक्कर आ गया, उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 


होमगार्ड जवानों की ये है मांग

  • स्वयंसेवी शब्द को विलोपित कर राज्य कर्मचारी का दर्जा दिया जाए।
  • होमगार्ड सैनिकों के हर 3 वर्ष में पुलिस वेरिफिकेशन और मेडिकल जांच को समाप्त किया जाए। 
  • रोटेशन प्रणाली (कॉल आउट, कॉल ऑफ) को समाप्त किया जाए।
  • मध्य प्रदेश होमगार्ड सैनिक नियम 13 अप्रैल 2016 को पूर्ण रूप से निरस्त किया जाए।

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