नई दिल्ली. कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने शाहीन बाग में नागरिकता कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन पर सवाल उठाया। उन्होंने सोमवार को कहा कि शाहीन बाग में लोग सिर्फ मोदी का विरोध कर रहे हैं। वहां प्रदर्शनकारी एंबुलेंस को निकलने नहीं देते। बच्चों को स्कूल नहीं जाने दिया जा रहा। लोगों को दफ्तर जाने से रोका जा रहा है। वहां कुछ हजार लोग भारत को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। इस मामले पर राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल खामोश हैं। वे वहां क्यों नहीं जाते। दूसरी ओर, भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने रविवार रात दूसरा वीडियो ट्वीट किया उन्होंने दावा किया कि शाहीन बाग में लोगों को भड़काने के लिए देश विरोधी भाषण दिए जा रहे हैं। शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ 15 दिसंबर से प्रदर्शन चल रहा है।
रविशंकर ने कहा, “हम लगातार बता रहे हैं कि सीएए नागरिकता छीनता नहीं, बल्कि देने का काम करता है। हमने आश्वस्त किया था कि भारतीय मुस्लिम हमेशा भारत में रहेंगे। इस कानून की किसी भी एक धारा को लेकर कोई आपत्ति नहीं जताई गई। आप कहते हैं कि हम लोकतंत्र में विश्वास करते हैं, जबकि इसे लोकतांत्रिक तरीके से ही दोनों सदनों से पारित किया गया। दोनों सदनों में इस पर बहस हुई, मतदान हुआ और पारित किया गया। कोर्ट ने चार हफ्ते में हमसे जवाब मांगा है और हम उन्हें अवगत कराएंगे। पहले की कांग्रेस सरकार ने ही नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर (एनपीआर) लागू करने की बात कही थी। हमने क्या नया किया।”
कांग्रेस जिन्ना को भारतीय राजनीति में ले आई: रविशंकर
संबित ने 2 वीडियो ट्वीट किए, शाहीन बाग में देश विरोधी भाषणों का दावा
उधर, भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने रविवार रात दूसरा वीडियो ट्वीट कर शाहीन बाग के प्रदर्शन में देश विरोधी भाषण दिए जाने का आरोप लगाया। उन्होंने एक लड़की का वीडियो पोस्ट किया। इसके साथ लिखा- अब उस नापाक शरजील इमाम के बाद जरा इस मोहतरमा को भी सुन लीजिए- 'हमें किसी पर भरोसा नहीं है, इसे सुप्रीम कोर्ट पर भी विश्वास नहीं, अफजल गुरु निर्दोष था, राम जन्मभूमि पर मस्जिद बनना था। दोस्तों इतने जहर की खेती इन कुछ ही दिनों में तो नहीं हुआ होगा? इससे पहले संबित ने शनिवार को शरजील इमाम का वीडियो पोस्ट किया था। इसमें एक युवक असम को भारत से अलग करने और सेना को पूर्वोत्तर में घुसने से रोकने के लिए लोगों को भड़काता नजर आया था। भाजपा ने इसे देशद्रोह करार दिया है।
गांधी से नफरत करने वाले विरोध से मुक्ति चाहेंगे: चिदंबरम
उधर, कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने गृह मंत्री अमित शाह पर तंज कसा। उन्होंने सोमवार को ट्वीट किया कि गांधी से नफरत करने वाले ही इस विरोध से मुक्ति चाहेंगे। शाहीन बाग महात्मा गांधी के मूल विचार का प्रतिनिधित्व करता है। इससे मुक्ति पाने का मतलब अहिंसा और सत्याग्रह से मुक्ति पाना है। इससे पहले, शाह ने रविवार को दिल्ली में बाबरपुर की चुनावी रैली में कहा था कि ईवीएम का बटन इतने गुस्से में दबाना कि करंट शाहीन बाग के अंदर लगे। शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ 15 दिसंबर से प्रदर्शन चल रहा है।
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