दुर्ग. शिक्षा का अधिकार (आरटीई) के तहत इस बार नया पोर्टल अपलोड किया गया है। पोर्टल में निजी स्कूलों की आरक्षित सीटों की जानकारी फिर से अपलोड करवाई जा रही है। इसकी वजह से इस बार नए शिक्षण सत्र 2020-21 के लिए एक मार्च से प्रवेश लिया जाएगा। निजी स्कूल के एक किमी के दायरे में रहने वाले बीपीएल पालक अपने बच्चों को आरटीई में दाखिला दिलवा सकते हैं। खाास यह है कि यदि किराएदार से भी इस दायरे में रहते हैं तो किरायानामा देकर बच्चों का प्रवेश करवा सकेंगे।
निवास प्रमाण पत्र का विकल्प: नए पोर्टल में निवास प्रमाण पत्र का विकल्प भी है। बीपीएल परिवार के पास निवास प्रमाण पत्र नहीं होने की स्थिति में वह जिस घर में किराए से रहता है उसका वह किरायानामा पेश करेगा। सत्यापन जिला शिक्षा विभाग द्वारा करवाया जाएगा।
नर्सरी से लिए जाएंगे एडमिशन: नर्सरी और क्लास वन में प्रवेश के लिए स्पष्ट है कि जिस स्कूल में नर्सरी कक्षाएं चलती है वहां इस क्लास को ही प्रवेश कक्षा माना जाएगा। जहां क्लास वन से स्कूल संचालित होती है वहां यह कक्षा प्रवेश की पहली कक्षा होगी। 25% सीटों में दाखिला होगा।
दिव्यांगों को प्राथमिक्ता: एचआईवी पीड़ित बच्चे हो या दिव्यांग बच्चे हो उन्हें प्राथमिक्ता मिलेगी। नए पोर्टल में यह सुविधा दी गई है। एचआईवी पीड़ित पालकों का सर्टिफिकेट मान्य नहीं है। बच्चा पीड़ित है तो उसका सर्टिफिकेट पोर्टल में स्क्रीनिंग कर डलवाना है।
नया आरटीई पोर्टल में मैप के हिसाब से स्कूल कहां हैं इसका पता लग जाएगा। मैप में दर्शाए गए अक्षांश और देशांक रेखाओं के हिसाब से निजी स्कूलों को अपने स्कूल का पता और नाम सहित अन्य विवरण भरना है। पिछले दो साल से पोर्टल में तकनीकी गड़बड़ी की वजह से रिसाली का स्कूल पावरहाउस नोडल में तो दुर्ग का महावीर स्कूल शंकरनगर इलाके के बजाय दीपकनगर संकुल में दिखा रहा था। इन रेखाओं के हिसाब से एक किमी में आने वाले स्कूलों का िचहांकन होना है। जिले के 519 निजी स्कूलों में दाखिले से पहले पोर्टल में सीट की जानकारी अपलोड करेंगे।
नया आरटीई पोर्टल में सबसे पहले हम निजी स्कूलों को नर्सरी व क्लास वन की कुल सीटें और आरक्षित सीटें अपलोड करने कहा है। अन्य जानकारी भी अपलोड कर रहे हैँ। इसकी वजह से इस बार फरवरी के बजाय एक मार्च से प्रवेश शुरू होगा।प्रवास सिंह बघेल, डीईओ दुर्ग
Comment Now