लंदन/तेहरान/टोरंटो. तेहरान एयरपोर्ट के करीब बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त हुआ विमान ईरान की ही मिसाइल से टकरा कर गिरा था। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने यह दावा किया। इसके ठीक बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है। इसमें यूक्रेन के विमान को मिसाइल से टकराने के बाद आग के गोले में बदलते देखा जा सकता है। विमान बोइंग 737-800 उड़ान भरने के 3 मिनट बाद ही इमाम खोमेनी एयरपोर्ट से कुछ ही दूरी पर गिर गया था। इस दुर्घटना में 176 लोगों की मौत हुई थी। मृतकों में 63 कनाडाई नागरिक शामिल थे। इसके अलावा 82 ईरानी, 11 यूक्रेनी, 10 स्वीडिश और जर्मनी-ब्रिटेन के 3-3 नागरिक भी दुर्घटना में मारे गए थे।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने खुफिया सूत्रों के हवाले से कहा कि उन्हें जो जानकारी मिली है, उससे पता चलता है कि यूक्रेन एयरलाइन का विमान तेहरान से टेकऑफ करने के ठीक बाद किसी जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल से टकराकर गिरा था। रिपोर्टर्स से बातचीत के दौरान ट्रूडो ने कहा- हो सकता है यह जानबूझकर न किया गया हो, लेकिन कनाडाई नागरिकों के कुछ सवाल हैं और उनका जवाब दिया जाना जरूरी है।
दूसरी तरफ ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जाॅनसन ने भी कहा कि इस बात के कई सबूत हैं कि यूक्रेन एयरलाइन का विमान ईरान की एक सर्फेस-टू-एयर मिसाइल लगने से गिर गया। उन्होंने कहा, “हो सकता है कि यह गलती से हुआ हो। लेकिन ब्रिटेन लगातार सभी पक्षों से पश्चिमी एशिया में तनाव दूर करने की अपील करता है।”
अमेरिका ने कहा था- रूस में बनी दो मिसाइलें लगने से गिरा विमान
इससे पहले अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया था कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गुरुवार को अफसरों के साथ बैठक में आशंका जताई थी कि यूक्रेन का बोइंग-737 ईरानी मिसाइल लगने से ही गिरा है। बैठक में अधिकारियों ने कहा था कि ईरान ने विमान पर रूस में बनी दो मिसाइलों से हमला किया।
विमान को मिसाइल लगने की बात बेतुकी
कनाडा और ब्रिटेन के इस इस दावे पर ईरान ने सबूत मांगे हैं। ईरानी सरकार ने कहा कि विमान से मिसाइल लगने की बात बेतुकी है, क्योंकि उस वक्त कई अन्य घरेलू और अंतरराष्ट्रीय विमान उसी हवाई क्षेत्र में उड़ान भर रहे थे। ऐसा लगता है यह सारी रिपोर्ट्स ईरान के खिलाफ मनोवैज्ञानिक युद्ध छेड़ने के लिए है। जिन भी देशों के नागरिक प्लेन क्रैश में मारे गए, वे अपना प्रतिनिधि भेज सकते हैं। हम बोइंग से अपील करते हैं कि वह ब्लैक बॉक्स की जांच के लिए आएं।
अमेरिका ने कहा- जांच के लिए ईरान की तरफ से नोटिफिकेशन मिला
इसी बीच अमेरिका के नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (एनटीएसबी) ने कहा कि उसे ईरान की तरफ से विमान हादसे की जांच के लिए नोटिफिकेशन मिला है। दरअसल, बोइंग 737-800 का निर्माण अमेरिकी कंपनी बोइंग ही करती है। अंतरराष्ट्रीय नियमों के मुताबिक, अगर कोई देश चाहे तो हादसे की जानकारी निकालने के लिए विमान निर्माता कंपनी को बुला सकता है। एनटीएसबी ने कहा कि वह जल्द ही अपने एक अफसर को क्रैश की जांच के लिए भेजेगी। हम अभी हादसे के कारण के बारे में अंदाजा नहीं लगाएंगे।
पायलटों के पास आपातकालीन चुनौतियों से निपटने की क्षमता थी: यूक्रेन
यूक्रेन इंटरनेशनल एयरलाइंस (यूआईए) ने तकनीकी खामी को मानने से साफ इनकार कर दिया है। एयरलाइंस के वाइस प्रेसिडेंट इहोर सोंस्नोव्स्की ने कहा कि इसकी आशंका ही नहीं है कि हादसा किसी तकनीकी गड़बड़ी के चलते हुआ। सोंस्नोव्स्की ने यह भी कहा, “तेहरान एयरपोर्ट भी सामान्य हवाईअड्डों की तरह ही है। हम कई साल से वहां से विमान संचालन कर रहे हैं। पायलटों के पास किसी भी आपातकालीन चुनौती से निपटने की क्षमता थी। हमारे रिकॉर्ड्स बताते हैं कि विमान 2400 फीट की ऊंचाई पर उड़ रहा था। क्रू के अनुभव के लिहाज से गड़बड़ी काफी छोटी रही होगी। हम तो उसे महज इत्तेफाक भी नहीं मान सकते।”
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