जयपुर. राजस्थान पुलिस शुक्रवार को इंडियन ऑयल कारपोरेशन (आईओसी) के मैनेजर रोहित तिवारी की पत्नी और बेटे की हत्या का खुलासा करेगी। सूत्रों के मुताबिक, श्वेता और श्रीयम को मारने वाला आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है। बुधवार को बच्चे का शव जंगल में मिलने के बाद भी वह रोहित को 30 लाख रुपए की फिरौती के लिए मैसेज भेज रहा था। इस आधार पर पुलिस को मैनेजर पति के साजिश में शामिल होने का शक हुआ। रोहित से तीन दिन पूछताछ और साइबर सेल से मिली जानकारी के बाद ही पुलिस हत्यारे तक पहुंची।
मंगलवार को आईओसीएल के सीनियर मैनेजर रोहित तिवारी की पत्नी श्वेता की उनके फ्लैट में हत्या करके बेटे श्रीयम को अगवा किया गया था। अगले दिन यानी बुधवार को अपार्टमेंट के पीछे जंगल में बेटे की लाश भी मिल गई थी।
परिचित से करवाई थी हत्या
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, रोहित ने अपने परिचित के साले सौरभ उर्फ राजसिंह से पत्नी श्वेता और बेटे श्रीयम की हत्या करवाई। हत्या का आरोपी सौरभ भरतपुर का रहने वाला है और रोहित ने हत्या के एवज में उसे पैसों का लालच दिया था। जयपुर से पहले रोहित तिवारी की उदयपुर में पोस्टिंग थी। वहीं पर हरि नाम के व्यक्ति से रोहित की जान-पहचान हुई थी। सौरभ, हरि का साला था। हरि ने ही रोहित की मुलाकात सौरभ से करवाई थी।
जयपुर में भी रोहित-सौरभ की मुलाकात हुई
इसके बाद रोहित का जयपुर में ट्रांसफर हो गया। सौरभ भी जयपुर में ही काम करता था। रोहित का पत्नी से मनमुटाव बढ़ता जा रहा था। श्वेता के पिता ने भी पुलिस को बताया था कि 5 जनवरी को दोनों (श्वेता-रोहित) के बीच मारपीट हुई थी। इस दौरान रोहित ने पत्नी को मारने की धमकी दी थी। रोहित ने डबल मर्डर की साजिश रची और लालच देकर सौरभ को इसमें मोहरा बनाया।
शुरूआत से ही संदेह के घेरे में था पति रोहित
इस डबल मर्डर में शुरुआत से ही पुलिस को रोहित पर संदेह था। लेकिन हत्या की वारदात के वक्त उसकी लोकेशन जयपुर एयरपोर्ट स्थित आईओसीएल ऑफिस में ही आ रही थी। पत्नी की हत्या और बेटे के अगवा होने की सूचना मिलने के बाद ही रोहित फ्लैट पर पहुंचा था। लेकिन बुधवार दोपहर को श्रीयम का शव मिलने के बाद भी रोहित के मोबाइल फोन पर फिरौती के लिए मैसेज आना पुलिस को चौंकाने वाली बात लगी।
हत्या के बाद सांगानेर से फोन खरीदकर श्वेता के मोबाइल की सिम डाली थी
ऐसे में पुलिस का संदेह गहरा गया कि इस डबल मर्डर में रोहित के अलावा कोई और अन्य व्यक्ति भी शामिल है, जो कि परिचित है। पुलिस पड़ताल में बच्चे का शव मिलने के बाद यह भी साफ हो गया कि हत्यारे ने वारदात के बाद सांगानेर में एक दुकान से सस्ता मोबाइल फोन खरीदा। अपहरण और फिरौती का मामला दिखाने के लिए नए मोबाइल फोन में श्वेता के मोबाइल की सिम लगाकर रोहित के मोबाइल फोन पर योजना के मुताबिक अपहरण और फिरौती के लिए मैसेज किए गए।
गुमराह करने के लिए करता रहा अपहरण व फिरौती के मैसेज
पुलिस के लिए बड़ा सवाल यह था कि किसी अनजान व्यक्ति के पास रोहित का मोबाइल नंबर कैसे पहुंचा? और क्या वह पुलिस को गुमराह करने के लिए अपहरण और फिरौती के मैसेज कर रहा है? आखिरकार मैसेज करने वाले सौरभ के गिरफ्त में आते ही डबल मर्डर मिस्ट्री की सारी परतें पुलिस ने देर रात साफ कर दी। सौरभ ने श्वेता और श्रीयम की हत्या से जुड़ी कईं अहम जानकारी पुलिस को दी।
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