रायपुर. नाबालिग छात्रा के यौन शोषण मामले में गिरफ्तार छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के निजी सचिव ओम प्रकाश गुप्ता को पुलिस गुरुवार सुबह रायपुर के पंडरी स्थित जिला अस्पताल में मेडिकल कराने के लिए लेकर पहुंची। इस दौरान मीडिया को देखकर ओपी गुप्ता अपना मुंह छिपाते रहे। आरोपी गुप्ता पहले पूर्व सीएम सिंह का ओएसडी था। अभी निजी सचिव (पीए) के तौर पर काम कर रहे थे। आराेपी से छात्रा के यौन शोषण को लेकर सवाल पूछा गया तो उसने 'मुझे कुछ नहीं कहना है' कहकर बात करने से इनकार कर दिया। फिलहाल, अभी मेडिकल कराया जा रहा है। इसके बाद पुलिस उसे कोर्ट में पेश करेगी। इधर, भाजपा ने गुप्ता की गिरफ्तारी से अपना पल्ला झाड़ लिया है। प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव का कहना है कि ये 'ओपी गुप्ता का निजी मामला है। भाजपा का इससे कोई लेना-देना नहीं है। पार्टी को इसकी जानकारी भी नहीं है। वहीं, पूर्व सीएम रमन सिंह ने कहा है कि पुलिस से तथ्यों काे लेकर जानकारी मांगी गई है। इसके बाद ही कुछ कह पाएंगे।
रायपुर की राखी थाना पुलिस ने बुधवार देर रात ओपी गुप्ता को उसके राजेंद्र नगर स्थित आवास से गिरफ्तार किया था। पीड़ित नाबालिग छात्रा ने पुलिस को बताया था कि पढ़ाई के लिए वह गुप्ता के घर में रहती थी। इस दौरान उससे कई बार दुष्कर्म किया गया। छात्रा ने इस संबंध में रायपुर के महिला थाने में एफआइआर दर्ज कराई थी।
राजनांदगांव के एक गांव की रहने वाली किशोरी को उसके पिता पढ़ाई के लिए वर्ष 2016 में गुप्ता आवास पर छाेड़ गए थे। यहां छात्रा पढ़ाई के साथ घरेलू काम किया करती थी। तब नाबालिग 8वीं कक्षा की छात्रा थी। वर्ष 2016 से दिसंबर 2019 के बीच उसका कई बार शारीरिक शोषण किया गया गया। आरोपी गुप्ता ने नया रायपुर स्थित अपने सरकारी आवास में छात्रा से दुष्कर्म किया। विरोध करने पर आरोपी उसे जान से मारने की धमकी देता था।
छात्रा का कहना है कि उसके पिता भी मिलने के लिए कम ही आते थे, ऐसे में वह डर गई थी। बाद में छात्रा ने सारी बात परिजन को बताई। पहले तो वह डर से चुप रहे, लेकिन फिर एक एनजीओ के माध्यम से महिला थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई गई। पुलिस की ओर से मामले की जांच में पुष्टि होने के बाद बुधवार देर रात 2 बजे ओपी गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस आज उसे कोर्ट में पेश करेगी। फिलहाल गुप्ता रिटायर्ड हो चुका है।
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