बिलासपुर. छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में रेलवे की पटरियां टूट रही हैं। वजह है कड़ाके की ठंड। पुरानी हो चुकी पटरियां ठंड की नमी नहीं सह सकी और टूटने लगीं। रविवार की सुबह बाइपास लाइन पर ढाई घंटे के भीतर दो जगह पटरी टूटने का मामला सामने आया। खट की आवाज आई और गेंगमैन ने पटरियों को जांचा। गेंगमैन ने पटरियों पर लाल झंडा गाड़कर इसकी सूचना दी। इसी ट्रैक पर आ रही मालगाड़ी को रोका गया और बड़ा हादसा होने से टल गया। इसके बाद एक पटरी तो पूरी बदलनी पड़ी जबकि दूसरे में फिश प्लेट लगाकर ज्वाइंट को मजबूत किया गया। इसके पहले भी 24 बार पटरी टूट चुकी हैं। यह 25वां मामला है। पटरी टूटने का कारण अफसर ठंड को बता रहे हैं।
अफसर कह रहे पटरियों टूटेंगी ही
रेलवे अफसर रेल फ्रैक्चर यानी पटरी टूटने के मामले को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। अफसर कह रहे हैं कि तापमान कम होगा तो रेल पटरियां फ्रैक्चर होती ही हैं। इसमें नया कुछ भी नहीं है। जबकि ठंड के अलावा गर्मी और बारिश में भी यहां पटरियां टूटी चुकी हैं। खोंगसरा से पेंड्रारोड के बीच आरवीएनएल ने नई लाइन बिछाई है। इस लाइन पर पटरी तो जनवरी माह से ही टूट रही है। बिलासपुर के सीपीआरओ साकेत रंजन ने कहा कि ठंड के पहले ही हम मशीनों से जांच करवाते हैं। और गश्त भी बढ़ा देते हैं। जहां भी घटना होती है तत्काल हम उसे सुधरवाते हैं।
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