Tuesday, 10th June 2025

दहशत / गौहरगंज तहसील के बिनेका गांव में सनसनीखेज वारदात, आधी रात को व्यापारी के घर 20 लाख की डकैती

Thu, Dec 26, 2019 7:58 PM

 

  • चार घंटे पूरे परिवार को बनाया बंधक, करते रहे मारपीट

 

मंडीदीप/औबेदुल्लागंज . गौहरगंज तहसील के बिनेका गांव में मंगलवार रात डकैत गिट्टी व्यापारी हटेसिंह नायक के पूरे परिवार को बंधक बनाकर 20 लाख रुपए का सामान ले गए। रात 12 बजे घर में कट्टा, चाकू और अन्य हथियार लेकर घर में घुसे 6-7 डकैतों ने सुबह 4 बजे तक जमकर उत्पात मचाया। घर में हटेसिंह के अलावा पत्नी ओमवती, बेटा अनिकेत (21) और बेटी मंजू थी। बदमाशों ने मंजू को छोड़कर बाकी तीनों के हाथ-पैर रस्सी से बांध दिए। जान की सलामती की खातिर परिवार ने डेढ़ लाख नकदी, 250 ग्राम सोना, 1 किलो चांदी और लैपटॉप और अन्य कीमती सामान डकैतों को सौंप दिया। जाते-जाते वे सीसीटीवी कैमरे के लिए लगी सीडीआर मशीन को निकलवाकर साथ ले गए।


आईजी आशुतोष राय ने बताया कि डकैती से पहले बदमाशों ने हटेसिंह के घर की रेकी की थी। उन्हें पता था कि मंगलवार रात हटेसिंह का माल आने वाला है, वह इसका कैश पेमेंट करेगा। पुलिस की टीमें जबलपुर और भोपाल की तरफ होटल, ढाबों और अन्य स्थानों पर जानकारी जुटा रही है। 

रात 12 बजे गिट्‌टी व्यापारी हटेसिंह के घर में हथियार लेकर घुसे थे डकैत

पत्नी, बेटे और मुझे बांध दिया, बेटी को दूसरे कमरे में बंद किया
चार-पांच बदमाश बेटे अनिकेत को मारते हुए कमरे में घुसे। बेटे ने विरोध किया तो एक बदमाश ने उसे  चाकू मार दिया।  अनिकेत ने चाकू हाथ से पकड़ लिया। वह लहूलुहान हो गया। बेटी मंजू यह दृश्य देखकर कांप रही थी। वह चिल्ला न सके इसलिए उन्होंने उसे दूसरे कमरे में बंद कर दिया। - हटेसिंह नायक 

हाथ जोड़कर कहा- जो चाहिए ले जाओ, पति-बेटे को छोड़ दो
वे पति, बेटे और मुझे लगातार मार रहे थे और नकदी और जेवर की मांग कर रहे थे। मैंने हाथ जोड़कर कहा- तुम मेरे भाई जैसे हो, तुम्हें जो भी चाहिए ले लो, लेकिन मेरे बेटे और पति को छोड़ दो। वे फिर मारते रहे। बाद में देवर की शादी के लिए रखा कैश और जेवर ले गए। - ओमवती नायक 

दहशत के वो चार घंटे 

रात 12 बजे घर में घुसे
अनिकेत का नाम लेते हुए दरवाजा खटखटाया। अनिकेत ने जैसे ही दरवाजा खोला, नकाबपोश बदमाश घर में घुस गए। 

सिर पर कट्‌टा अड़ाया
 एक ने अनिकेत के सिर पर कट्‌टा अड़ाया और सोना-चांदी, कैश के बारे में पूछते रहे। मारते हुए उसे माता-पिता के कमरे में ले गए।

पिता के भी हाथ-पैर बांधे

अनिकेत से मम्मी के नाम से आवाज लगवाकर दरवाजा खुलवाया और उनके कमरे में घुस गए और लूटपाट की।

सुबह 4 बजे  

ओमवती बाई ने संघर्ष किया। एक डकैत को लात मारकर गिरा भी, लेकिन डकैतों ने उसके भी हाथ-पैर बांध दिए और माल लेकर रफूचक्कर हो गए।

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