Friday, 6th June 2025

छत्तीसगढ़ / जीत के अपने-अपने दावे पर कांग्रेस या भाजपा को एकतरफा बहुमत नहीं

Tue, Dec 24, 2019 8:48 PM

 

  • प्रदेश में नगर निगम, पालिका और पंचायत मिलाकर 151 निकायों के नतीजे आज
  • प्रदेश में राजनीतिक परिस्थितियां बदलीं इसलिए कहीं स्पष्ट रुझान नहीं दिख रहा  

 

रायपुर . नगरीय निकायों के नतीजे मंगलवार को आ जाएंगे, लेकिन नतीजों से पहले वोटिंग के बाद बीते दो दिनों में कांग्रेस, भाजपा  के रणनीतिकारों ने एक-एक बूथ में हुई वोटिंग के आधार पर जो गुणा-भाग लगाया है, उसके मुताबिक 10 निगमों में से एक-दो जगहों को छोड़कर कहीं भी स्पष्ट रूप से कांग्रेस या भाजपा के मेयर सीधे बनते नहीं दिख रहे है। दोनों ही दल जीत के अपने-अपने दावे कर रहे हैं।

परिसीमन और आरक्षण के अलावा अप्रत्यक्ष प्रणाली से हुए चुनाव के कारण लोगों का स्पष्ट रुझान नहीं मिल रहा है। इस द्वंद्व के बीच बड़ी संख्या में निर्दलीय अपनी अपनी जीत के दावे के साथ स्वयं को किंगमेकर बता रहे हैं। इसलिए दोनों दल इनकी घेरेबंदी करते नजर आ रहे हैं। दूसरी आेर नतीजों के ऐलान के ठीक एक दिन पहले सोमवार शाम को राज्य निर्वाचन आयोग ने निकाय चुनाव के मतदान के अंतिम आंकड़े जारी किए। पूरे प्रदेश में 2831 वार्डों में 78.73 प्रतिशत वोट पड़े हैं। इनमें महिलाओं के 78.28 व पुरुषों ने 79.21 फीसदी वोट पड़े। जबकि 7.76 प्रतिशत थर्ड जेंडरों ने भी मतदान किया।  


रायपुर नगर निगम में कांग्रेस जहां 36 वार्डों पर जीत का दावा कर रही है। वहीं भाजपा को 38 वार्डों में जीत की उम्मीद है। हालांकि लोकल इंटेलिजेंस किसी एक पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं दे रहा है। दुर्ग में कांग्रेस को ज्यादा वार्डों में जीत की उम्मीद है, लेकिन महापौर बनाने की स्थिति नहीं बन रही। 60 वार्ड में बहुमत के लिए 31 की जरूरत है। कांग्रेस 28 तक पहुंच रही है। भाजपा 19 और निर्दलीय व अन्य 13 वार्डों में बढ़त पर नजर आ रहे हैं।

  • बिलासपुर के 70 वार्डों में से कांग्रेस और भाजपा 40-40 पर जीत का दावा कर रही हैं। पूर्व मंत्री व भाजपा के नगरीय निकाय चुनाव प्रभारी अमर अग्रवाल का कहना है कि 40 वार्डों से बीजेपी के पार्षद जीतेंगे तो कांग्रेस विधायक शैलेष पांडेय का कहना है कि चुनाव प्रचार अभियान में कांग्रेस आगे थी, इसलिए वे 40 से ज्यादा वार्डों में जीत दर्ज करेंगे।
  • राजनांदगांव में 51 वार्ड हैं। यहां कोई दल आगे नहीं चल रहा। कांग्रेस 18 वार्डों पर अागे है तो बीजेपी 13 पर, लेकिन 17 सीटों पर जोरदार टक्कर है। इन वार्डों पर कोई स्पष्ट मत नहीं आए हैं।
  • जगदलपुर निगम में 48 वार्ड हैं, जिनमें से कांग्रेस 25-30, बीजेपी 11-15 और 7-8 निर्दलीय व अन्य आगे हैं। यहां 15 सीटों पर उम्मीदवारों के बीच तगड़ी फाइट है।
  • कोरबा में कांग्रेस 33 सीटों पर आगे दिखाई दे रही है। यहां कुल 67 वार्ड हैं। यहां से बीजेपी 25 और 8 वार्डों से निर्दलीय उम्मीदवार के आगे होने की जानकारी आ रही है।
  • अंबिकापुर निगम में कांग्रेस 30 से अधिक सीटों पर जीत का दावा कर रही है। यहां 48 वार्ड हैं, जहां बहुमत के लिए 25 में जीतना जरूरी है। भाजपा 25 सीटों पर जीत का दावा कर रही है।
  • रायगढ़ निगम में 48 वार्ड हैं, जहां कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही 25 से ज्यादा सीटों पर जीतने की उम्मीद कर रही है। 
  • धमतरी में 40 सीटाें में भाजपा का प्रदर्शन कमजोर होने की बात सामने आ रही है। पिछली बार जहां बीजेपी 24 वार्डों पर जीत दर्ज की थी, वहीं इस बार 19 पर ही आगे दिख रही है। कांग्रेस 8 से 18 और निर्दलीय 8 से 3 सीटों पर सिमटते नजर आ रहे हैं।

प्रमुख पालिकाओं में भी रुझान अस्पष्ट
प्रमुख नगर पालिकाओं में भी कांग्रेस या भाजपा की जीत को लेकर कोई स्पष्ट रुझान नहीं मिल रहे हैं। महासमुंद में भाजपा 12-14, कांग्रेस 8-10, जोगी कांग्रेस 4-6 और इतनी ही सीटों पर निर्दलीय आगे नजर आ रहे हैं। कवर्धा में 27 वार्डों में से 11-11 पर कांग्रेस और भाजपा है, जबकि 5 जगह निर्दलीय जीत सकते हैं। कांकेर के 21 वार्डों में से 9 में कांग्रेस, 8 में भाजपा और चार वार्डों में कड़ा मुकाबला है। बालोद में कांग्रेस 11, बीजेपी 7 और निर्दलीय दो सीटों पर जीत का दावा कर रहे हैं। बेमेतरा में भी कांग्रेस-भाजपा 10-10 सीटाें पर जीतती दिख रही है, जबकि एकमात्र निर्दलीय की जीत का दावा है। पुसौर, सरिया और धरमजयगढ़ पालिका में कांग्रेस और भाजपा दोनों ही जीत का दावा कर रही है। ज्यादातर पालिकाओं में कोई स्पष्ट स्थिति नहीं बन रही है।

कांग्रेस के अच्छे परिणाम आएंगे
प्रदेश में वोटिंग के बाद मिले फीडबैक के मुताबिक कांग्रेस अपने पिछले नतीजों से कहीं अच्छे तरीके से जीत दर्ज करने जा रही है। हम अपने दम पर कई निकायों में कांग्रेस के महापौर और अध्यक्ष चुनेंगे।
-भूपेश बघेल, मुख्यमंत्री
 

भाजपा अधिकांश सीटें जीतेगी 
^कांग्रेस को निकाय चुनाव में भी हार का डर सता रहा था, लिहाजा बैलेट के जरिए चुनाव कराया गया। इससे गिनती में गड़बड़ी की जा सके। अधिकांश सीटों पर भाजपा के उम्मीदवार जीत दर्ज करेंगे।
-डॉ. रमन सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री

इधर, अब गांवों की सरकार चुनेंगे 1 करोड़ 44 लाख से ज्यादा मतदाता

रायपुर| राज्य निर्वाचन आयोग ने प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायतों के लिए चुनाव कार्यक्रम का ऐलान कर दिया है। ये एक साल के भीतर तीसरे चुनाव होंगे। एक करोड़ 44 लाख से ज्यादा मतदाता सरपंच, पंच, जनपद सदस्य और जिला पंचायत के सदस्यों का चुनाव करेंगे। चुनाव गैर दलीय व तीन चरणों में होंगे। तीनों चरणों के लिए 30 दिसंबर सोमवार को अधिसूचना जारी होगी। इस चुनाव में उम्मीदवार को खर्च का हिसाब-किताब भी नहीं रखना होगा। इसी दिन पंचायतों में आरक्षण की सूचना और मतदान केंद्रों की सूची भी प्रकाशित होगी।

6 जनवरी तक पर्चे भरे जाएंगे, जबकि 7 तारीख को इनकी जांच होगी। 9 जनवरी दोपहर तीन बजे तक नाम वापस लिए जाएंगे। इसी दिन उम्मीदवारों को चुनाव चिन्हों का आंवटन भी हो जाएगा। प्रदेश में नक्सल पीड़ित इलाकों में मतदान का समय सुबह 6.45 बजे से दोपहर 2 बजे तक होगा। वहीं सामान्य क्षेत्रों में वोटिंग का टाइम सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक होगा। पहले चरण की वोटिंग 28 जनवरी , दूसरे की 31 जनवरी को और तीसरे चरण के लिए 3 फरवरी को मतदान होगा।


इस दौरान मतमत्र में प्रत्याशी की फोटो नहीं होगी और नोटा का ऑप्शन नहीं होगा।  इस बार राज्य निर्वाचन आयोग ने जमानत राशि को चार गुना तक बढ़ा दिया गया है। पंच के लिए 50 रुपए, सरपंच के लिए 1000 जनपद सदस्य के लिए 2000 और जिला पंचायत सदस्य के लिए चार हजार रुपए तय किए गए हैं। नामांकन के लिए 1520 कलस्टर बनाए गए हैं। 


6 चरणों में नतीजे आएंगे
चुनाव परिणामों की आधिकारिक घोषणा 6 अलग अलग तारीखों में होगी। पंच, सरपंच और जनपद पंचायतों के नतीजे विकासखंड (ब्लॉक स्तर) पर होगी। इन चुनावों के पहले चरण के नतीजे 30 जनवरी, दूसरे चरण के नतीजे 2 फरवरी और तीसरे चरण के नतीजों की 5 फरवरी को घोषित होगा। जबकि जिला पंचायतों के चुनाव के परिणामों की आधिकारिक घोषणा जिला मुख्यालयों से तीन चरणों में होगी। पहले चरण का नतीजा 31 जनवरी, दूसरे का 3 फरवरी और तीसरे चरण के परिणामों की आधिकारिक घोषणा 6 फरवरी को होगी। वोटों की गिनती मतदान केंद्रों पर होगी। 

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