इंदौर/रतलाम. रिटर्न के मामले में प्याज की फसल टाॅप पर है। इस फसल ने किसानों को लागत का 30 गुना रिटर्न दिया है। इससे इस फसल को लगाने वाले किसान मालामाल हो गए हैं। रिटर्न के मामले में दूसरे नंबर पर लहसुन रही है। इसने किसानों को पांच गुना तक रिटर्न दिया है। तीसरे नंबर पर मटर रही है। इस फसल को लगाने वाले किसानों को साढ़े चार गुना रिटर्न दिया है। इसके बाद आलू, चना, गेहूं रहे हैं।
भारतीय किसान संघ के पदाधिकारियों के अनुसार इस बार प्याज ने अच्छा रिटर्न दिया है नहीं तो चार साल से किसान घाटे में थे। छह महीने पहले 200 रुपए प्रति क्विंटल प्याज बिक रहा था। इसके पहले 50 रुपए प्रति क्विंटल बिका था। भाव बढ़ते हैं तो हंगामा मच जाता है और सरकार ग्राहकों के पक्ष में रहती है और सस्ते में प्याज दिलाने की कोशिश करती है। सरकार का ध्यान उस समय किसानों की तरफ नहीं रहता है। जब प्याज 50 रुपए प्रति क्विंटल बिकता है और किसान घाटे में रहते हैं।
थोक मंडी में प्याज 90 रुपए किलो बिका
इधर थोक मंडी में प्याज के भाव कम हो रहे हैं। मंगलवार को दाम में 4 रुपए की गिरावट आई और भाव 94 से घटकर 90 रुपए प्रतिकिलो पहुंच गए हैं। सोमवार को प्याज 94 रुपए प्रतिकिलो बिका था। इधर प्याज की आवक लगातार बढ़ रही है। मंगलवार को 3300 बोरी प्याज की आवक रही। जबकि एक दिन पहले सोमवार को आवक 2800 बोरी थी।
जानिए, किस फसल ने कितना रिटर्न दिया किसानों को
फसल | लागत | उत्पादन | भाव | कमाई |
प्याज |
30 हजार रुपए | 100 क्विंटल | 9000 रुपए | 9.00 लाख रुपए |
लहसुन |
50 हजार रुपए | 20 क्विंटल | 12000 रुपए | 2.40 लाख रुपए |
मटर |
18 हजार रुपए | 40 क्विंटल | 2000 रुपए | 80 हजार रुपए |
आलू |
30 हजार रुपए | 35 क्विंटल | 1200 रुपए | 42 हजार रुपए |
चना |
8 हजार रुपए | 3 क्विंटल | 4000 रुपए | 12 हजार रुपए |
गेहूं |
6000 रुपए | 10 क्विंटल | 2000 रुपए | 20 हजार रुपए |
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