Tuesday, 10th June 2025

नागरिकता कानून / सीलमपुर-जाफराबाद में पथराव और आगजनी, विपक्ष की राष्ट्रपति से अपील- केंद्र को कानून वापस लेने का आदेश दें

Wed, Dec 18, 2019 3:24 AM

 

  • जामिया इलाके में सोमवार को हुई हिंसा के मामले में 10 लोग गिरफ्तार, पुलिस ने कहा- इनमें कोई भी छात्र नहीं
  • उत्तर प्रदेश के मऊ में हिंसा के बाद 5 जिलों में इंटरनेट बंद, मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने अधिकारियों के साथ बैठक की
  • असम में छात्र संगठनों का सत्याग्रह, कहा- आंदोलन 2-3 दिन में थमने वाला नहीं, कानून वापस होने तक जारी रहेगा

Dainik Bhaskar

Dec 17, 2019, 08:10 PM IST

नई दिल्ली/गुवाहाटी/लखनऊ. नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर देशभर में प्रदर्शन जारी हैं। सीलमपुर इलाके में मंगलवार को विरोध के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच टकराव की स्थिति बनी। प्रदर्शनकारियों ने आगजनी और पथराव किया। पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। हालांकि, शाम होते-होते पुलिस ने हालात पर काबू पा लिया। हालात पर नजर रखने के लिए ड्रोन कैमरे का इस्तेमाल किया जा रहा है। शाम को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी विपक्ष के प्रतिनिधिमंडल के साथ राष्ट्रपति से मिलीं। उन्होंने कहा कि छात्रों पर पुलिस की कार्रवाई ज्यादती है। केंद्र सरकार आवाज दबाने की कोशिश कर ही है। तृणमूल और सपा ने राष्ट्रपति से अपील की कि केंद्र को कानून वापस लेने का निर्देश दें।

दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया- पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद में दोपहर 2 बजे प्रदर्शन होना था। इसके लिए दोपहर 1 बजकर 15 मिनट पर लोग इकट्ठा हो गए थे। उन्होंने सीलमपुर की ओर पैदल मार्च शुरू किया। शुरुआत में प्रदर्शन शांतिपूर्ण था मगर अचानक लोगों ने बिखरना शुरू किया और हिंसा शुरू हो गई।

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति से मुलाकात की

जामिया में रविवार हुई पुलिस की कार्रवाई की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने निंदा की है। उन्होंने इस मामले को लेकर विपक्ष के प्रतिनिधिमंडल के साथ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने नागरिकता कानून के खिलाफ राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने ज्यादती की। तृणमूल और सपा ने राष्ट्रपति कोविंद से अपील की कि वे केंद्र सरकार को कानून वापस लेने का निर्देश दें।

हाईकोर्ट में याचिका दाखिल, छात्रों को रिहा करने की अपील
दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की गई। इसमें अपील की गई कि कोर्ट केंद्र को निर्देश दे कि पुलिस ने जिन छात्रों, स्थानीय लोगों को हिरासत में लिया है, वह न सिर्फ उन्हें रिहा करे बल्कि पुलिस कार्रवाई में घायल हुए लोगों को मुआवजा और मेडिकल सहायता दी जाए। वहीं, मद्रास यूनिवर्सिटी और दिल्ली में इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी में छात्रों ने नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शन किया। 

पुलिस ने 10 लोगों को गिरफ्तार किया, एक भी छात्र नहीं

इससे पहले दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में सोमवार को हुए हिंसक प्रदर्शनों के बाद मंगलवार को पुलिस ने उपद्रव फैलाने के आरोप में 10 लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस का कहना है कि इनमें सभी आपराधिक पृष्ठभूमि के हैं। किसी भी छात्र को गिरफ्तार नहीं किया गया। 

असम में कर्फ्यू जारी, नागरिकों को नियमित छूट मिल रही

असम में प्रशासन ने उपद्रव रोकने के लिए कर्फ्यू लगाया है। हालांकि, नागरिकों को इसमें नियमित रूप से छूट दी जा रही है। मंगलवार को कर्फ्यू में सुबह 6 बजे से लेकर रात 8 बजे तक (14 घंटे) ढील देने का ऐलान किया गया। इस बीच दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को एक वीडियो जारी किया, जिसमें संयुक्त पुलिस कमिश्नर जामिया के छात्रों से पथराव न करने की अपील कर रहे हैं। वीडियो 15 दिसंबर का है।

यूपी में उपद्रव रोकने के लिए योगी ने पुलिस अफसरों से बात की
उत्तर प्रदेश में उपद्रव रोकने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देर रात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पुलिस अफसरों से चर्चा की। योगी ने दंगाइयों से निपटने के लिए सख्त कदम उठाने को कहा। उत्तर प्रदेश के दो विश्वविद्यालयों में स्थिति भड़कने के बाद पांच जिलों- सहारनपुर, मेरठ, अलीगढ़, मऊ और कासगंज में इंटरनेट सेवाएं बंद हैं। 

मऊ में सोमवार रात उपद्रवियों ने दक्षिणटोला पुलिस स्टेशन में तोड़फोड़ की और 15 वाहनों में आग लगा दी। पुलिस ने भीड़ से निपटने के लिए आंसू गैसे के गोले दागे। आजमगढ़ के शिबली कॉलेज के छात्र भी  प्रदर्शनों में कूद पड़े। इलाहाबाद, बरेली और रामपुर में भी स्थिति संवेदनशील बनी हुई है। उत्तर प्रदेश के शामली के पास कैराना में एसपी विनीत जयसवाल ने मदरसों का दौरा किया और छात्रों से शांति और सौहार्द बनाए रखने के लिए कहा। 

केरल: 30 इस्लामिक-राजनीतिक दलों ने बंद बुलाया, बसों पर पथराव
केरल के तिरुवनंतपुरम में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में मंगलवार को 30 इस्लामिक-राजनीतिक दलों ने सुबह से शाम तक हड़ताल बुलाई है। इस दौरान सरकारी बसों पर पथराव की घटनाएं सामने आईं। इसके अलावा पलक्कड़, वायनाड, कोझिकोड और कोच्चि में भी बसों पर पथराव हुआ।

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