दुर्ग. छत्तीसगढ़ की पुलिस ने एक ठग गिरोह बिल्कुल फिल्मी अंदाज में गिरफ्तार किया है। इसके लिए आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस ने जाल बिछाया करीब 2 महीने तक नोएडा में सेल्समेन, प्रॉपटी डीलर और कुक बनकर पुलिसकर्मी रहे। इस अंडरकवर टीम को आखिरकार कामयाबी मिली और यूपी-दिल्ली में संचालित ठग गैंग के 7 आरोपियों को पकड़कर पुलिस दुर्ग ले आई। नोएडा में आरोपी एक कॉल सेंटर चलाया करते थे। यहां बाकायदा इनके कर्मचारी देश भर के लोगों को फोन पर टावर लगाने, लोन दिलाने, बीमा पॉलिसी, इंकम टैक्स या पुलिस के नाम पर ठगते थे। दुर्ग जिले के मनोरमा जैन नाम की बुजुर्ग महिला से भी टावर लगाने के नाम पर आरोपी 62 लाख की ठगी कर चुके थे।
200 लोग और 6 करोड़ की ठगी
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि पिछले कुछ सालों में 200 लोगों से इसी तरह से ठगी कर चुके हैं। लोगों से ठगी की रकम का आंकड़ा 6 करोड़ से ज्यादा का है। अब आरोपियों से हर एक ठगी के बारे में पुलिस जानकारी जुटा रही है। दुर्ग की मनोरमा जैन की शिकायत के बाद पुलिस इस गिरोह के खिलाफ हरकत में आई। महिला से बीते 3 साल में लगातार अलग-अलग खातों में रकम डलवाकर ठगी की गई थी। पुलिस ने सभी खातों की जानकारी बैंक से निकलवाई। मगर आरोपियों ने फर्जी नामों और दूसरे व्यक्तियों के दस्तावेज देकर बैंक में खाते खुलवाए थे। पुलिस को कामयाबी नहीं मिली।
खातों में डाली गई रकम जिन एटीएम ने निकाली गई थी, उस समय की सैंकड़ों फुटेज को खंगाला गया। उनमें से एक में एक शख्स का चेहरा थोड़ा नजर आया। पुलिस को जानकारी मिली की आरोपी नोएडा में रहता है। यहां पुलिस अपनी पहचान छुपाकर रहने लगी। वीडियो में नजर आए शख्स की तलाश करते हुए आखिरकार वो पुलिस को मिल ही गया। दूसरी तरफ दुर्ग की महिला ने पुलिस की मदद की। वह और रुपए देने का लालच आरोपियों को दे रही थी। पुलिस ने महिला को आरोपी से संपर्क करने को कहा। एक दिन पुलिस संदिग्ध का पीछा कर रही थी, उसने जैसे ही दुर्ग की महिला का फोन उठाया पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
चल रहा था ठगी का ऑर्गनाइजेशन
अब पुलिस की गिरफ्त में इस गैंग का अपूर्व गुप्ता आ चुका था। उसकी मदद से पुलिस नोएडा की ही एक बिल्डिंग चल रहे ठगी के ऑर्गनाइजेशन तक पहुंची। यहां पुलिस को 5000 लोगों के बीमा पॉलिसी की जानकारी, 25 टेलीफोन सेट और पूरी सुविधाओं से लैस ऑफिस मिला। यहां से देशभर के लोगों को झांसे में लेने का कारोबार संचालित किया जाता था। यहां से पुलिस ने अपूर्व के अन्य 6 साथियों को गिरफ्तार किया। इस गैंग के अन्य 8 मेंबर फरार है। इस मिशन में छत्तीसगढ़ पुलिस का साथ दिल्ली और यूपी की पुलिस ने भी दिया।
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