Thursday, 5th June 2025

रायगढ़ / जिसके पास गर्लफ्रैंड न हो वो ना बैठें परीक्षा में, फर्जी पत्र वायरल हुआ तो समझाने कॉलेज आई पुलिस

Mon, Dec 16, 2019 7:01 PM

 

  • किरोड़ीमल शासकीय कॉलेज का मामला, स्टाफ के ग्रुप में शरारती युवक ने डाला बोगस सर्कुलर 
  • कॉलेज के लेटरपैड में एडिट कर किया गया वायरल, अारोपी छात्र की तलाश में चक्रधर थाना पुलिस

 

रायगढ़. छत्तीसगढ़ के रायगढ़ स्थित किरोड़ीमल शासकीय कॉलेज के लेटरपैड पर एक पत्र वायरल हो गया। इस पर पत्र में लिखा था कि जिसके पास कॉलेज में घुसना हो तो गर्लफ्रेंड होना जरूरी है। मैसेज वायरल होने के बाद प्रबंधन ने इसकी शिकायत पुलिस से की, तो कॉलेज परिसर में स्टूडेंट्स को समझाने के लिए चक्रधर थाना पुलिस पहुंच गई। छात्रों को समझाने के साथ ही पुलिस जांच में पता चला कि किसी छात्र ने कॉलेज के लेटरपैड को एडिट करते हुए संदेश वायरल किया। फिलहाल पुलिस आरोपी छात्र की तलाश कर रही है।

परीक्षा के दौरान छात्रों को जानकारी देने के लिए बनाया गया है ग्रुप

  1.  

    किरोड़ीमल शासकीय कला एवं विज्ञान महाविद्यालय के प्राचार्य कार्यालय से जारी होने वाले लेटरपैड से छेड़खानी कर पत्र तैयार किया गया। कॉलेज में परीक्षाएं चल रही हैं। परीक्षा के दौरान स्टूडेंट को आसानी से जानकारी मिल सके इसलिए कुछ ग्रुप बनाए गए थे। कॉलेज के ग्रुप में ही एक शरारती स्टूडेंट ने लेटरपैड के शब्दों को बदलकर बोगस पत्र तैयार किया। कॉलेज परिसर में बिना महिला मित्र के छात्र के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की बात का उल्लेख किया और ग्रुप में शेयर कर दिया। 

     

  2. पकड़ा नहीं गया शरारती छात्र 

     

    कॉलेज प्रबंधन के अनुसार उन्हें अभी तक शरारती स्टूडेंट के बारे में पता नहीं है। चक्रधर नगर पुलिस के अफसर कहते हैं कि कॉलेज फर्जी पत्र वायरल करने वाले शरारती छात्र पर कार्रवाई नहीं चाहता है। ऐसे में शरारती स्टूडेंट के बारे में पता नहीं चल पाएगा। ग्रुप में कॉलेज के स्टूडेंट और स्टाफ ही हैं। ऐसे में बोगस पत्र बनाकर वायरल करने वाले स्टूडेंट को आसानी से ढूंढ़ा जा सकता है। 

     

  3.  

     

    कॉलेज प्रबंधन मामले में आगे की कार्रवाई नहीं चाहता है इसलिए हम अभी रुक गए हैं। यदि कॉलेज प्रबंधन कार्रवाई चाहे तो जांच कर उसका पता लगाया जा सकता है।
    विवेक पाटले, टीआई, चक्रधर नगर 

     

  4. मुझे जानकारी नहीं 

     

     

    मामले के बारे में मुझे अभी पता चला है। मैं बाहर था। मामले को देखने के बाद इसकी जांच करवाता हूं।
    डॉ अंजनी तिवारी, प्रभारी प्राचार्य, डिग्री कॉलेज 

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