Thursday, 12th June 2025

दिल्ली / जदयू के प्रशांत किशोर आम आदमी पार्टी के लिए चुनावी रणनीति बनाएंगे, मनीष सिसोदिया बोले- अबकी बार 67 पार

Sat, Dec 14, 2019 8:02 PM

 

  • मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर बताया कि दिल्ली में चुनाव अभियान का काम प्रशांत किशोर की आई-पैक संस्था को दिया
  • प्रशांत ने 2014 में नरेंद्र मोदी का चुनावी अभियान मैनेज किया था, इसके बाद उन्होंने भाजपा का साथ छोड़कर अलग-अलग पार्टियों का कैंपेन संभाला

 

नई दिल्ली/पटना. दिल्ली में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर की मदद लेगी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को ऐलान किया कि प्रशांत किशोर की संस्था इंडियन-पैक (आईपैक) आप का चुनावी अभियान संभालेगी। आप को 2015 के चुनाव में 70 में से 67 सीटों पर जीत मिली थी। 

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केजरीवाल के ट्वीट को रीट्वीट कर लिखा, “अबकी बार 67 पार।” उनके इस बयान का सोशल मीडिया पर मजाक उड़ना शुरू हो गया। एक यूजर ने लिखा, “नारा भी चोरी का ही लाए।”, वहीं एक और यूजर ने लिखा, “अबकी बार, बिल्कुल बाहर।”

2014 में नरेंद्र मोदी का चुनावी अभियान किया था मैनेज
प्रशांत किशोर अब तक सफल चुनावी रणनीतिकार के तौर पर जाने जाते रहे हैं। उन्होंने 2014 के आम चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अभियान मैनेज किया था। भाजपा को जीत मिली और नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने। इसके साथ ही प्रशांत को इलेक्शन कैंपेन मैनेज करने की लोकप्रियता मिली। 2015 में बिहार में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान किशोर ने भाजपा से अलग होकर नीतीश कुमार के लिए काम किया। तब जदयू, राजद और कांग्रेस के गठबंधन को भारी जीत मिली थी। इसके बाद जदयू ने उन्हें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के तौर पर पार्टी में शामिल कर लिया। किशोर ने 2017 में पंजाब में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के लिए काम किया। कांग्रेस को जीत मिली और कैप्टन अमरिंदर सिंह मुख्यमंत्री बने।

आंध्र प्रदेश में जगन को दिलाई जीत

2019 में आंध्र प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान प्रशांत की संस्था ने जगन मोहन रेड्डी का चुनाव अभियान संभाला था। जगन को चुनाव में एकतरफा जीत मिली थी। इसके अलावा महाराष्ट्र चुनाव से पहले उनके शिवसेना से जुड़ने की खबरें थीं। प्रशांत फिलहाल पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के लिए काम कर रहे हैं।

उत्तर प्रदेश चुनाव में मिली करारी शिकस्त

प्रशांत को 2017 में उत्तर प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का अभियान संभालने की जिम्मेदारी मिली। चुनाव में कांग्रेस की हार हुई। भाजपा विधानसभा चुनाव में तीन-चौथाई बहुमत से जीती थी।

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