Tuesday, 10th June 2025

कांग्रेस का ‘भारत बचाओ’ / प्रियंका ने कहा- भाजपा है तो बेरोजगारी, महंगा प्याज और 4 करोड़ नौकरियों का नष्ट होना मुमकिन है

Sat, Dec 14, 2019 7:58 PM

 

  • प्रियंका ने कहा- न्याय की लड़ाई लड़ने से बड़ी देशभक्ति कोई नहीं, आज हर तरफ अन्याय
  • ‘ऐसे कानून बनाए जा रहे हैं, जिससे लाखों लोग बंदी की तरह रखे जा सकें’
  • ‘गरीबों पर मुसीबतें लादी जाती हैं और बड़े उद्योगपतियों के कर्ज माफ किए जा रहे’

Dainik Bhaskar

Dec 14, 2019, 12:51 PM IST

नई दिल्ली. यहां के रामलीला मैदान में शनिवार को कांग्रेस ने मोदी सरकार के खिलाफ ‘भारत बचाओ’ रैली की। इसमें कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और डॉ. मनमोहन सिंह समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए। रैली में देश की गिरती अर्थव्यवस्था, बढ़ती बेरोजगारी जैसे मुद्दे निशाने पर रहे। प्रियंका ने भाजपा के ‘मोदी है तो मुमकिन है’ नारे पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि भाजपा है तो देश में बेरोजगारी, महंगा प्याज और 4 करोड़ नौकरियों का नष्ट होना मुमकिन है।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका ने यह भी कहा, ‘‘न्याय की लड़ाई लड़ने से बड़ी देशभक्ति कोई नहीं है। आज जिस दौर से हमारा देश गुजर रहा है, हर तरफ अन्याय है। गरीबों पर मुसीबतें लादी जाती हैं और बड़े उद्योगपतियों के कर्ज माफ किए जाते हैं। ऐसे कानून बनाए जाते हैं, जिससे लाखों लोग बंदी की तरह रखे जाते हैं। आज की लड़ाई में जो नहीं खड़ा होगा, वो कायर कहलाएगा। भारत की रखवाली करना, स्वतंत्रता, स्वाभिमान और स्वाधीनता का हक रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। आप सबकी जिम्मेदारी है। इस जिम्मेदारी को निभाने के लिए कांग्रेस के मेरे कार्यकर्ता भाइयों-बहनों की है। इस देश को हबचाने के लिए यह भावना लेकर आए हैं। इसके लिए धन्यवाद है।’’
 

रैली के जरिए राहुल के लिए माहौल बनाने की कोशिश
सूत्रों के मुताबिक, टीम राहुल की कोशिश है कि रैली में एक बार फिर राहुल को प्रोजेक्ट और उनके लिए माहौल तैयार करने की योजना है। लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस की हार के बाद राहुल गांधी ने पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। ऐसी संभावनाएं भी हैं कि रैली में राहुल गांधी को एक बार फिर पार्टी अध्यक्ष बनाने की मांग उठे।

वैसे अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद राहुल गांधी पार्टी के मामलों में कम ही दखल दे रहे हैं। उनका ज्यादातर समय उनके संसदीय क्षेत्र से जुड़ी गतिविधियों में ही जा रहा है। हालांकि, कांग्रेस के कई नेताओं ने यह बयान दिए हैं कि राहुल गांधी को वापसी करना चाहिए। 

सोनिया के अध्यक्ष बनने के बाद पहली मेगा रैली
सोनिया गांधी के पार्टी का अंतरिम अध्यक्ष बनने के बाद यह पहला मौका है, जब कांग्रेस ने किसी बड़ी रैली का आयोजन किया। हालांकि, इसका मकसद कांग्रेस पार्टी में टीम राहुल की ताकत का प्रदर्शन करना भी है। पहले यह रैली 30 नवंबर को होने वाली थी, मगर बाद में संसद के शीतकालीन सत्र के मद्देनजर इसका समय 14 दिसंबर तय किया गया।

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