सुनील शर्मा | बिलासपुर . नाम वापसी के दिन कांग्रेस के प्रत्याशियों की टिकट काटे जाने से नाराज बिलासपुर विधायक शैलेश पांडेय ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने कहा कि उनसे जुड़े हुए लोगों की टिकट काटी गई। जिनकी टिकट कटी उन्हें भी यही लगता है। जो लोग मेरे साथ जुड़े हुए हैं वो अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। ऐसे में कौन सा कार्यकर्ता मुझसे जुड़ेगा। शहर में संदेश गया कि अटल श्रीवास्तव के लोगों को टिकट मिली। 9 दिसंबर को नाम वापसी के दौरान कांग्रेस द्वारा घोषित 5 प्रत्याशियों की टिकट काटते हुए उनकी जगह दूसरे को प्रत्याशी बनाकर बी फॉर्म जारी कर दिया गया।
विधायक शैलेश पांडेय ने बुधवार को प्रदेश अध्यक्ष को पत्र लिखकर कहा है कि आपके और मुख्यमंत्री के होते हुए मैं इतना असुरक्षित कैसे हूं, ये मेरी समझ के परे है। टिकट घोषित होने के बाद अचानक प्रत्याशियों की टिकट काट दिया गया उससे पार्टी में अच्छा संदेश नहीं गया और एक अच्छे और सच्चे कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के मनोबल को गहरा ठेस पहुंचा है। जीतने वाले उम्मीदवारों की अचानक टिकट काटना कांग्रेस की परिपाटी नहीं है। विधायक दल की बैठक में निर्णय हुआ था कि विधायक अपने क्षेत्र की टिकट संगठन के साथ बैठ कर फाइनल करेंगे,विधायकों की भी सुनी जाएगी।
पर प्रभारी धनेंद्र साहू की अध्यक्षता में जो निर्णय संगठन के साथ बैठ कर लिए गए और प्रदेश चुनाव समिति की मोहर लगी फिर भी टिकट कटवा दी गई तो यह कहां का न्याय है। मेरे द्वारा कोई प्रत्याशी आगे बढ़ाया गया है और वह जुड़ाव व समर्पण रखता है तो उसके साथ ही अन्याय क्यों हुआ। उनके भविष्य के साथ क्यों खिलवाड़ किया गया। क्या मैं कांग्रेस का विधायक नहीं हूं, क्या मुझे टिकट कहीं और से मिला है। मुझे बिलासपुर की जनता ने बड़े विश्वास से ऐसे आदमी से जिताया है जिसको हराना बहुत कठिन था। पर कुछ लोग शायद मेरी जीत से नाखुश थे और वो मुझे राजनीतिक रूप से नुकसान पहुंचाना चाहते हैं इसलिए षड्यंत्र करके मुझे और मेरी टीम को नुकसान पहुंचाते हैं।
जानिए किस वार्ड के लिए क्या कहा
वार्ड 21. रेखा काशी रात्रे का परिवार तीन पीढ़ी से सेवा कर रहा है। जाति समीकरण के चलते सीमा को टिकट दी गई। नए परिसीमन से जाति समीकरण कई जगह बदले। अगर जाति समीकरण से टिकट देना था तो ऐसे में कई वार्डों की टिकट गलत सिद्ध हो जाएगी।
वार्ड 22. इस वार्ड में अजरा खान का मायका है। पार्टी ने प्रत्याशी घोषित कर दिया। फिर उनको तरह-तरह के प्रलोभन दिए गए व बिठाने के लिए बनाया गया। फिर जिसको टिकट मिला, वह कांग्रेस का समर्पित कार्यकर्ता नहीं है। एक भी धरना-आंदोलन में मैंने उन्हें नहीं देखा।
वार्ड 30. पुष्पा दुबे अच्छी महिला है पर पार्टी के अन्य लोगों ने उनका नाम नहीं लिया। दीपांशु एमटेक किया हुआ सिटिंग पार्षद है। अन्य लोग महेश दुबे को टिकट दिलवाने कोशिश कर रहे थे। अंतिम समय में दीपांशु का नाम काटा गया क्योंकि उसकी अनुशंसा मैंने की थी।
वार्ड 36. पहले लल्लू की टिकट घोषित हुई फिर संदीप बाजपेयी की हुई। संदीप वहां के पूर्व पार्षद थे। वे हारे नहीं थे। केवल आरक्षण के कारण वो नहीं लड़े थे। और उनकी छवि अच्छी है। मुझसे जुड़े हुए थे इसलिए उनकी टिकट भी काट दी गई।
दिग्गजों की कुर्सी दांव पर, नुक्कड़ सभाओं से ज्यादा आमने-सामने मिलकर वोटर का आशीर्वाद ले रहे
निगम चुनाव में 17 बड़े नाम जिनकी जीत-हार पर सबकी नजर इनमें कुछ युवा पार्षद
जगदलपुर | शहर के 48 में से 47 वार्डों में पार्षद चुनाव के लिए घामासान मचा हुआ है। इन 47 वार्डों में 17 ऐसे नेता हैं जिनकी जीत-हार पर पूरे शहर की नजर बनी हुई है। इन दिग्गजों में कई ऐसे युवा नेता हैं जिनकी जीत और हार उनके आगे के कॅरियर को तय करेगी तो कुछ ऐसे अनुभवी नेता भी हैं जो दो या इससे अधिक बार पार्षद रह चुके हैं और इस बार की जीत उनके नाम का लोहा मनवाएगी। नगर सरकार पर कब्जे के घामासान के बीच दिग्गजों को भी प्रचार व जीत के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ रहा है इनकी जीत-हार पर पूरे शहर की नजरें लगी हुई हैं। बुधवार को भास्कर की टीम ने ऐसे ही दिग्गजों के वार्डों का दौरा किया और जानने की कोशिश की कि आखिर दिग्गजों के वार्डों में क्या स्थिति है और वहां कैसे चुनाव प्रचार चल रहा है।
दलपत सागर वार्ड से भाजपा के नरसिंह राव चुनाव लड़ रहे हैं वे पहले भी इस वार्ड में पार्षद रह चुके हैं। इसके पहले भी उनके परिवार के सदस्यों के हाथों में ही वार्ड की कमान थी। अभी कांग्रेस ने यहां से धीरज पटेल को मैदान में उतारा है। धीरज वार्ड के पुराने रहवासी हैं और वे भी चुनाव लड़ रहे हैं।
कांग्रेस प्रत्याशी के प्रचार में कोल्हापुर से बिलासपुर साइकिल से पहुंचा युवक
बिलासपुर | महाराष्ट्र के कोल्हापुर शहर से नितिन गणपति नागपुरकर नाम का युवक कांग्रेस प्रत्याशियों के प्रचार में पहुंचा है। रोचक यह है कि वह कोल्हापुर से बिलासपुर तक 1800 किलोमीटर की दूरी साइकिल से तय कर पहुंचा है। नितिन ने बताया कि वह कोल्हापुर से 6 दिसंबर को निकला था और बुधवार काे बिलासपुर पहुंचा है। इस तरह उसने यह दूरी पांच दिनों में तय की है।
दिन में दोपहर 1 बजे से रात 7 सात बजे तक नितिन के सोने का समय था जबकि पूरी रात वह साइकिल से सफर करता था। इसके पूर्व वह देश के अधिकांश हिस्सों में साइकिल से ही सफर कर प्रचार अभियान में शामिल हुआ है।
प्रत्याशियों के पति पार्षदों के बीच हाथापाई पोस्टर हटाने और लगाने पर हुआ विवाद
महासमुंद | शहर सरकार के लिए जारी चुनावी दंगल के बीच बुधवार शाम वार्ड-28 में दोनों मौजूदा पार्षदों के बीच सरेआम दे-दनादन हो गया। दोनों की पत्नियां इस वार्ड से चुनाव मैदान में ताल ठोंक रही हैं। एक कांग्रेस उम्मीदवार हैं और दूसरी भाजपा प्रत्याशी हैं। प्रचार के दौरान पति पार्षद एक-दूसरे पर
पोस्टर हटवाने का अारोप लगाते हुए आपस में ऐसे भिड़े कि वार्ड में आम जनता के सामने ही मारपीट पर उतारू हो गए। मामला थाने तक पहुंच गया। 3 घंटे तक दोनों पक्ष एक-दूसरे के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए अड़े रहे, लेकिन रात 9 बजे दोनों ने कार्रवाई नहीं चाहने संबंधी आवेदन भी दे दिया। घटना की गंभीरता को देखते हुए एसडीओपी नारद सूर्यवंशी और टीआई राकेश खुटेश्वर मौके पर पूरे समय मौजूद रहे। दरअसल, भाजपा के मौजूदा पार्षद राकेश पटवा और कांग्रेस के मौजूदा पार्षद विजय साव के बीच बुधवार को वार्ड में विवाद हो गया। विवाद के बाद राकेश पटवा देर शाम सिटी कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे। कुछ देर बाद विजय साव भी थाने पहुंच गए। धीरे-धीरे उनके समर्थक भी थाने पहुंचने लगे और दोनों पक्ष देर रात तक थाने में एक-दूसरे की शिकायत लेकर अड़े रहे।
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