गुवाहाटी. नागरिकता संशोधन बिल का पूर्वोत्तर के राज्यों में विरोध जारी है। गुरुवार सुबह फिर से लोगों ने बिल का विरोध करते हुए कर्फ्यू का उल्लंघन किया। सेना शहर में फ्लैग मार्च कर रही है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया- मैं असम के अपने भाइयों और बहनों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि बिल के पारित होने के बाद उन्हें चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) ने सुप्रीम कोर्ट में नागरिकता संशोधन बिल 2017 के खिलाफ याचिका दायर की है। कपिल सिब्बल इसकी पैरवी करेंगे। राज्यसभा में बुधवार को नागरिकता संशोधन बिल पास कर दिया गया।
मोदी ने ट्वीट किया- मैं उन्हें कहना चाहता हूं कि कोई भी आपके अधिकारों, विशिष्ट पहचान और संस्कृति को नहीं छीन सकता। यह हमेशा फलता-फूलता और विकसित होती रहेगी। केंद्र सरकार संवैधानिक सुरक्षा, भाषा, संस्कृति और असम की क्षेत्रीय संस्कृति को लेकर प्रतिबद्ध है।
डिब्रूगढ़ जाने-आने वाली उड़ानें रद्द
छात्र और वाम दलों का समर्थन
कृषक मुक्ति संग्राम समिति ने लोगों से शांतिपूर्ण विरोध के लिए सड़कों पर आने की अपील की। ऑल असम स्टूडेंट यूनियन ने गुवाहाटी में विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है। नॉर्थ ईस्ट स्टूडेंट ऑर्गनाइजेशन (नेसो) की अगुआई में तीन दिन से जारी विरोध को 30 छात्र और वाम संगठन समर्थन दे रहे हैं।
असम के 10 जिलों में इंटरनेट पर बैन
असम में बुधवार को हजारों छात्रों ने विधानसभा की तरफ मार्च निकाला। डिब्रूगढ़ में छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। गुवाहाटी में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया। दिसपुर में प्रदर्शन के दौरान बस फूंक दी गई। असम के 10 जिलों में 24 घंटे तक मोबाइल और इंटरनेट बैन लगा दिया गया था। त्रिपुरा में भी इंटरनेट बैन है। नाकाबंदी के कारण असम के कई शहरों में वाहन फंसे रहे। 10 से ज्यादा वाहन जला दिए गए। राज्य के अलग-अलग हिस्सों में भाजपा और असम गन परिषद (एजीपी) नेताओं के घरों पर हमला किया गया।
असम पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) मुकेश अग्रवाल ने कहा कि कर्फ्यू अगले आदेश तक जारी रहेगा। हम स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए हैं।
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