रायगढ़. छत्तीसगढ़ के रायगढ़ स्थित प्लांट में 20 मीटर की ऊंचाई से गिरकर एक मजदूर की मौत हो गई। जबकि झटका लगने से उसका साथी मजदूर भी नीचे गिरकर चोटिल हो गया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि हादसा शेड में शीट लगाते समय हुआ। इतनी ऊंचाई पर काम कर रहे मजदूर काे सुरक्षा के लिए सेफ्टी बेल्ट और हेलमेट नहीं दिए गए थे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। हादसा रविवार को पूंजीपथरा क्षेत्र में हुआ।
जानकारी के मुताबिक, तमनार थाना क्षेत्र के बरमूड़ा निवासी आत्माराम (27) पुत्र जयराम रविवार को ठेकेदार रवि के बुलाने पर साथी मजदूर सोनू चौहान, चंद्रसेन निवासी जमडबरी के साथ नर्मदा प्लांट में सीट लगाने के लिए गया था। शाम पांच बजे के करीब सीट लगाते समय वह 20 मीटर ऊंचाई से नीचे आ गिरा, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। साथी चंद्रसेन ने बताया कि आत्माराम ने सेफ्टी बेल्ट और हेलमेट नहीं पहना था। उसे ठेकेदार की ओर से यह सब चीजें नहीं दी गई थीं।
काम करते समय उसका पैर फिसला औऱ वह नीचे आ गिरा। उसके नीचे गिरने से करीब 10 फीट ऊंचाई पर खड़ा सोनू भी झटके से नीचे आ गिरा। जिसे मामूली चोट आई है। मृतक मजदूर के साथियों ने परिवार वालों को हादसे की जानकारी दी है। नर्मदा प्लांट में मजदूर की मौत के बाद काम कर रहे अन्य मजदूर भी मौके से चले गए। इधर प्लांट के लोगों ने मृतक को मेकाहारा लाए, जहां पर डाक्टरों ने कोतवाली पुलिस की मौजूदगी में शव को मरच्यूरी में रखवा दिया है।
मेकाहारा में आत्मराम का शव लेकर पहुंचे साथी मजदूरों ने बताया कि शाम पांच बजे के करीब जब घटना हुई तो वहां काम रहे मजदूरों ने फोन कर ठेकेदार रवि को जानकारी दी थी। काफी देर इंतजार करने के बाद भी वह नहीं आया तो आत्माराम को लेकर अस्पताल आ गए। देर शाम तक ठेकेदार मेकाहारा नहीं पहुंचा था। जिसको लेकर मजदूरों में साथियों में रोष था।
मानकों की अनदेखी करना घटना का कारण
घटना के प्रत्यक्षदर्शी मजदूरों की माने तो नर्मदा प्लांट में शेड लगाने से लेकर एसबेस्टस सीट लगाने तक किसी भी मजदूर को सेफ्टी बेल्ट, हेलमेट ठेकेदार की ओर से नहीं दिलाए गए। एंगल पर चढ़ कर वेल्डिंग करने से लेकर शीट कसने तक स्वयं सुरक्षा करनी पड़ रही थी। यदि सेफ्टी बेल्ट मिलती और शेड व पाइप में बंधी होती तो शायद आत्मराम की मौत न होती।
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