राजनांदगांव. छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव के शहर से होटल कारोबारी के किडनैप हुए बच्चे को पुलिस खोज निकाला। जिले से लगे महाराष्ट्र के गांव से पुलिस ने बच्चे को किडनैपर के चंगुल से छुड़ाया। इस मामले में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने बताया कि घटना को अंजाम देने वाले युवक बच्चे के पिता के होटल में ही वेटर का काम करते थे। सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल लोकेशन की मदद से पुलिस आरोपियों तक पहुंची और बच्चे का रेस्क्यू कामयाब रहा।
डांटता था कारोबारी इसलिए बच्चे को किया किडनैप
जब पुलिस आरोपियों तक जा पहुुंची तो टीम को देख तीन आरोपी अक्षय सहारे, कामेश कावड़े और इनका एक नाबालिग साथी भागने लगे। इन सभी को पुलिस ने पीछाकर गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि कारोबारी विनोद लुल्ला की डांट-फटकार से तंग आकर, उसने विनोद को सबक सिखाने की सोची। इसके लिए अपने साथियों के साथ मिलकर प्लानिंग बनाई। बच्चे के घर के बाहर निकले पर नजर रखी और मौका पाकर घटना को अंजाम दिया। घटना में इस्तेमाल की गई बाइक भी आरोपियों के पास से बरामद कर ली गई है।
फुटेज से हुई पहचान, मोबाइल ने पकड़वाया
प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी देते अधिकारी
कोतवाली थाने की टीम ने रेल्वे स्टेशन की पार्किंग से फुटेज ली। इसमें वैसी ही बाइक पर दो सवार नजर आए जैसा लोगों ने बताया था। विनोद लुल्ला नें फुटेज में दिख रहे दो संदेहियों में से एक की पहचान अपने यहां काम करने वाले अक्षय तानुजी उर्फ अकसर सहारे के तौर पर की। यह गोंदिया का रहने वाला है। विनोद ने बताया कि यह पिछले 2 महीने से काम पर नहीं आ रहा। इसके बाद पुलिस ने अक्षय सहारे के फोन लोकेशन को ट्रेस करना शुरू किया। पुलिस को महाराष्ट्र के गांव साल्हेकसा में आरोपियों की लोकेशन मिली। देर रात के करीब 3 बजकर 15 मिनट पर पुलिस ने छापा मारकर बच्चे को छुड़ा लिया।
ऐसे हुई घटना
रविवार की शाम 8 साल का नैतिक लुल्ला ममता नगर स्थित अपने घर के बाहर साइकिल चला रहा था। बाइक पर सवार दो बदमाश आए और नैतिक को उठा ले गए। नैतिक के पिता विनोद लुल्ला होटल कारोबारी हैं, पूर्व में भाजपा के व्यापारी प्रकोष्ठ के पदाधिकारी भी रह चुके हैं। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने आस-पास के जिलों में सर्चिंग शुरु कर दी थी। जिले में भी नाकेबंदी कर लोगों से पूछताछ की गई।
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