बिलासपुर. छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में चरित्र पर संदेह के चलते एक युवक ने अपने बच्चों के सामने ही केरोसीन डालकर पत्नी को जिंदा जला दिया। घटना के दौरान मौके पर पहुंचे पड़ोसी ने बच्चों की सहायता से महिला को 95 फीसदी झुलसी हुई हालत में सिम्स में भर्ती कराया, जहां उपचार के दौरान 1 दिसंबर को उसकी मौत हो गई। पुलिस ने युवक की बेटी और पड़ोसी के बयान के आधार पर आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया। उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेेज दिया गया है।
ग्राम बहतराई रामायण चौक निवासी कालिंद्री बाई (40) पति गंगा प्रसाद रोजी-मजदूरी करती थी। उसके पैसे से ही घर का खर्च चलता था। पति शराब पीने का आदी था। काम पर भी नहीं जाता था और चरित्र संदेह पर झगड़ा करता था। 27 नवंबर को रोज की तरह महिला शाम को 6 बजे काम से लौटी। पति घर पर ही था। दोनों बच्चे बड़ी बेटी 17 साल की और बेटा 5 साल भी मौजूद थे। गंगा प्रसाद शराब के नशे में धुत था। पत्नी के आते ही झगड़ने लगा। उसपर बाहर से गलत काम कर लौटने का आरोप लगाते हुए गालियां देने लगा।
कालिंद्री के मना करने पर उसका गुस्सा और बढ़ गया। वह किचन से केरोसीन का डिब्बा उठाकर ले आया और कालिंद्री के शरीर पर उड़ेल दिया। इसके बाद माचिस से आग लगा दी। महिला गंभीर रूप से झुलस गई। उसे सिम्स में भर्ती कराया गया था। 1 दिसंबर को उसकी यहां पर मौत हो गई। घटना की सूचना पर पुलिस ने जांच शुरू की और कालिंद्री की बेटी व पड़ोसी टीकाराम उर्फ टिकलू का बयान लिया और इसके आधार पर गंगाराम के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। उसे जेल भेज दिया गया है।
कालिंद्री के दो बच्चे हैं। इनमें बड़ी 17 साल की है। वह 11वीं की छात्रा है। छोटा बेटा 5 साल का है। घटना के समय दोनों घर पर थे। बेटी ने पुलिस को बताया कि उसकी आंखों के सामने ही पूरी घटना हुई है। उसकी मां को पिता ने जिंदा जला दिया। वह काफी डर गई थी। जलते हुए मां इधर-उधर दौड़ रही थी पर पिता को उसपर दया नहीं आई। मां शाम को काम से घर लौटी तो पिता शराब के नशे में धुत था। आते ही गाली देते हुए कहा-दूसरे के साथ गलत काम करके आई है। ऐसा वह आए दिन कहता था।
मां के पैसे से ही खर्च का चलता था। फीस भी वही पटाती थी। मां को जब भी डांट पड़ती थी वह अनसुना कर देती थी। घटना के समय उसका छोटा भाई भी था। वह भी काफी डरा हुआ था। मां को देखकर वह रो रहा था। दोनों अभी तक इस हादसे से उबर नहीं पाए हैं। बेटी पहले ही दिन से सदमे में थी। पुलिस को बयान देते समय वह पहले वह काफी समय तक रोई फिर पूरी कहानी बयां की। घटना के दौरान ही उसने फोन कर अपने दोनों मामा को जानकारी दी। पुलिस ने उनका भी बयान दर्ज किया।
कालिंद्री के घर के पास ही टिकाराम उर्फ टिकलू का भी मकान है। जब कालिंद्री जल रही थी तो वह घर पर ही था। उसके मासूम बेटे ने आकर जानकारी दी तो वह कालिंद्री के घर पहुंचा। कालिंद्री भीतर जल रही थी और गंगाराम बाहर खड़ा था। टिकाराम अंदर जाने लगा तो गंगाराम ने उसका हाथ पकड़ लिया। कहा-उसका यह पर्सनल मामला है, वह दखल न दे। टिकाराम हाथ छुड़ाकर जबरन घर में घुस गया और कालिंद्री बाई के शरीर पर कपड़ा डालकर आग बुझाई। इसके बाद उसे सिम्स लेकर आया।
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