इंदौर. हनी ट्रैप मामले में नए खुलासे करने वाले मीडिया संस्थान के मालिक के ठिकानों पर पुलिस और प्रशासन की टीम ने छापेमार कार्रवाई को अंजाम दिया है। संस्थान के मालिक पर आईटी एक्ट के तहत प्रकरण भी दर्ज किया गया है। संस्थान से जुड़े लोगों ने इसे बदले की भावना के तहत कार्रवाई बताया।
शनिवार देर रात पुलिस और प्रशासन की टीम ने कारोबारी और मीडिया संस्थान के मालिक जीतू सोनी के विभिन्न ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की। देर रात पुलिस कारोबारी के गीता भवन स्थित माय होम नामक होटल पर पहुंची और जांच की कार्रवाई की। पुलिस कार्रवाई का कारोबारी द्वारा विरोध किया गया। पुलिस के साथ नगर निगम और खाद्य विभाग की टीम भी थी। होटल में देर रात तक शराब परोसे जाने, लड़कियों द्वारा अश्लील नृत्य और अन्य अनैतिक गतिविधियों की शिकायत पुलिस को मिली थी।
कारोबारी के समाचार पत्र को सील किया
रविवार सुबह कारोबारी द्वारा संचालित किए जाने वाले समाचार पत्र के कार्यालय को भी सील कर दिया गया। पुलिस ने हनी ट्रैप मामले के फरियादी इंदौर नगर निगम के अधिकारी हरभजन सिंह की शिकायत पर जीतू सोनी और अन्य के खिलाफ आईटी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया।
'हनीट्रैप मामले में आएदिन किए जा रहे थे नए खुलासे'
बताया जाता है कि हनी ट्रैप मामले में पिछले कुछ दिनों से सोनी द्वारा संचालित समाचार पत्र में नए खुलासे किए गए थे। इनमें मप्र के पूर्व मंत्री और भाजपा नेता लक्ष्मीकांत शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में प्रमुख सचिव रहे एसके मिश्रा और इंदौर नगर निगम के अधिकारी हरभजन सिंह के हनी ट्रैप मामले में जेल में बंद आरोपी महिलाओं के साथ संबंध उजागर किए गए थे। आरोपी महिलाओं के साथ बातचीत और कृत्य के ऑडियो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे।
कोर्ट को सौंपी 15 घंटे की वीडियो और ऑडियो
मामले की जांच सीबीआई से कराने के संबंध में मप्र हाईकोर्ट की इंदौर खंडपीठ में याचिका पहले से दायर है। याचिकाकर्ता दिग्विजय सिंह ने एसआईटी पर आरोप लगाते हुए पूरे मामले का अनुसंधान सीबीआई से कराने की मांग की है। शनिवार को एडवोकेट मनोहर दलाल के माध्यम से याचिकाकर्ता ने 15 घंटे की वीडियो सीडी कोर्ट को सौंपी है। सूत्रों के अनुसार सीडी में हनी ट्रैप की आरोपियों के साथ प्रदेश के नेताओं और अफसरों से जुड़ी वीडियो और ऑडियो रिकॉर्डिंग है। इस सबूत का दुरुपयोग नहीं हो इसलिए यह कोर्ट को सौंपी गई है।
जेल में बंद महिला आरोपियों ने भी कोर्ट में याचिका दायर की थी
इधर, वीडियो वायरल होने के बाद हनी ट्रैप मामले में जेल में बंद महिला आरोपियों की ओर से जिला कोर्ट और हाईकोर्ट में याचिका दायर कर इसे रोकने का निवेदन किया गया था। हालांकि मामले की जांच कर रही एसआईटी ने कोर्ट को बताया था कि मामले से संबंधित जब्त किए गए ऑडियो और वीडियो एसआईटी द्वारा किसी को नहीं दिए गए हैं और ना ही इस संबंध में मीडिया को जानकारी दी जा रही है।
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