बॉलीवुड डेस्क. अनुपम खेर स्टारर फिल्म 'होटल मुंबई' इस हफ्ते रिलीज होगी। फिल्म में अनुपम ने ताज होटल के हेड शेफ हेमंत ओबेरॉय का रोल प्ले किया है। फिल्म में देश से गद्दारी कर आतंकियों की मदद करने वालों के कुछ ऐसे काले राज भी खुलेंगे जो सभी के लिए शॉकिंग होंगे। भास्कर को खुद हेमंत ने बताया कि फिल्म में उस हमले की काली परतों को किस तरह खोला जाएगा।
फिल्म में एक गद्दार एमपी(सांसद) का प्लॉट होगा, जिसने आतंकियों के हैंडलर्स को फोन पर बताया था कि होटल में लोग अभी उस वक्त कहां पर मौजूद हैं। हम लोगों ने खुद आतंकियों के मुंह से सुना, वे पंजाबी में बात कर रहे थे। वे आपस में कह रहे थे कि एमपी ने उनके हैंडलर को होटल में ठहरे गेस्ट की लोकेशन बताई है। वह गद्दारी नहीं हुई होती तो कम से कम 16 और लोगों की जान बच सकती थी। उस एमपी को सब जानते हैं , गर अब तक उसका कुछ हुआ नहीं। पर इस फिल्म में उसकी यह करतूत दिखाई जाएगी।
26/11 की रात की बात करूं तो 9 बजे मेरे स्टाफ ने मुझे फोन किया और कहा कि सर होटल में शूटिंग हो रही है तो मैंने उन्हें कहा कि यार शूटिंग तो होती रहती है। फिर वे बोले कि, नहीं सर गोलीबारी हो रही है। अपने होटल के एक रेस्त्रां के पास एक आदमी को गोली लगी है। उसी वक्त मैंने एक और गन शॉट की आवाज सुनी। तभी से मेरे दिमाग में बचाव कार्य का पूरा प्लान चलने लगा। तीनों रेस्त्रां आपस में एक दूसरे से जुड़े हुए थे। मैंने तुरंत कहा कि बाकी दो रेस्त्रां की लाइटें जल्द बुझाओ।
बहरहाल, चार आतंकी पूल साइड पहुंच गए और उन्होंने वहां भी कत्लेआम मचाया। तब ताज की इंटरनल सिक्योरिटी के साथ हम लोग लगातार संपर्क में रहे। उन्हें आतंकियों की मूवमेंट बताते रहे। पहले फ्लोर पर एक बैंक्वेट हॉल में शादी भी हो रही थी। तो हमने मेन गेट और साइड एंट्रेंस सबको लॉक करना शुरू कर दिया। तब तक आतंकवादी पूल साइड को डैमेज करके सातवें फ्लोर पर जा चुके थे। वे 1-1 रूम खोलकर चेक कर रहे थे कि कोई बचा तो नहीं है।
इसी बीच वे होटल के गुंबद पर भी हथगोले फेंकते रहे। हम लोगों को उनकी हर मूवमेंट का पता सीसीटीवी कैमरे से लग रहा था पर फिर उन्होंने सीसीटीवी कैमरे के ऑपरेटिंग सिस्टम पर कंट्रोल कर लिया। बाद में हम सबने मिलकर एक ह्यूमन चेन बनाई और लोगों को बाहर निकालना शुरू किया। उस रात और भी कई लोग बचाए जा सकते थे।
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