रायपुर. छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है। इस सत्र के हंगामेदार होने के आसार हैं। एक ओर जहां धान खरीदी और किसानों के मुद्दों को लेकर भाजपा घेरने की तैयारी में है। संभावना जताई जा रही है कि वह स्थगन प्रस्ताव भी ला सकती है। वहीं सरकार की ओर से भी जवाब देने की पूरी तैयारी है। इसके साथ ही राज्य सरकार अनुपूरक बजट भी पेश करेगी। 6 दिसंबर तक चलने वाले इस सत्र में कुल 10 बैठकें होंगी। इसकी शुरुआत दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि देने के साथ की जाएगी।
सत्र के पहले दिन लोकसभा और विधानसभा के दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि दी जाएगी। इनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज, मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली, पूर्व विधायक मालूराम सिंघानिया, पूर्व सांसद बंशीलाल महतो और पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी शामिल हैं। बैठक के पहले दिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल करीब 5000 करोड़ रुपए का द्वितीय अनुपूरक बजट पेश करेंगे। वहीं जुलाई 2019 के सत्र के प्रश्नों के अपूर्ण उत्तरों के संकलन को पटल पर रखा जाएगा।
विपक्षीय दल धान, किसान, कानून व्यवस्था सहित कई सम सामायिक विषयों पर सरकार को घेरने के तैयारी कर चुके हैं। वहीं सत्ताधारी दल ने भी विपक्ष को जवाब देने की रणनीति बनाई है। विपक्ष भ्रष्टाचार से लेकर स्थानीय मुद्दे सदन में उठाने की तैयारी में है। उधर, कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में ये फैसला लिया गया था कि 26 नवंबर को संविधान दिवस के मौके पर सदन में विशेष चर्चा का आयोजन किया जाएगा। इसको लेकर भी सदन में सरकार अपनी बात रख सकती है।
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