श्रीनगर (इशफाक उल हसन). जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के हटने को 108 दिन हो चुके हैं। इस बीच कश्मीर घाटी में जनजीवन तेजी से सामान्य हो रहा है। सड़कों पर गाड़ियां उसी तरह दौड़ने लगी है, जैसे सामान्य दिनों में दौड़ती थीं। अस्पतालों, अदालतों और दफ्तरों में लोग पहले की तरह आने लगे हैं। घाटी के लगभग सभी स्कूल खुल चुके हैं। प्रशासन ने छात्रों से कहा है कि वे यूनिफॉर्म के बजाय सादे कपड़ों में स्कूल जाएं। आतंकी वारदातों से सुरक्षा के लिए यह एहतियात बरती जा रही है। स्कूल वैन संचालक भी अभिभावकों को विश्वास में लेते हुए काम पर जुट रहे हैं। वे कह रहे हैं कि दोबारा काम करेंगे तो एक-डेढ़ महीने में हुए नुकसान की भरपाई हो जाएगी। कश्मीर के शिक्षाविद बशीर अहमद के मुताबिक मौजूदा शिक्षा सत्र के 250 में से 150 दिन बीत चुके हैं। इनमें से 100 दिनों का नुकसान बदले हालातों के कारण हुआ है।
उधर, घाटी के ज्यादातर बाजार भी नियमित खुल रहे हैं। अब श्रीनगर की नब्ज कहे जाने वाले लाल चौक का बाजार भी दिनभर खुला रहता है। यहां तक कि फुटपाथ पर फेरीवाले भी दुकान लगाने लगे हैं। एक दुकानदार गुलाम मोहम्मद कहते हैं कि हम तीन-चार महीने से बेकार बैठे थे। 7 नवंबर की बर्फबारी ने इस अहसास को जगा दिया कि अब घाटी में पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी। इससे दुकानें भी दोबारा चलने लगेंगी। हम काम पर जुटने लगे हैं। सरकार ने 2 अगस्त को अमरनाथ यात्रा पर आतंकी हमले की आशंका के मद्देनजर एडवाइजरी जारी की थी। इसके बावजूद 5 अगस्त से 1 अक्टूबर तक 4231 पर्यटक कश्मीर पहुंचे। इनमें 928 विदेशी थे। पर्यटन विभाग ने इसकी पुष्टि की है। सरकार ने 10 अक्टूबर को यह एडवाइजरी वापस ले ली।
क्रिसमस और नए साल के लिए विशेष पर्यटक पैकेज
कश्मीर प्रशासन विशेष पर्यटक पैकेज तैयार कर रहा है। पर्यटन विभाग के निदेशक निसार अहमद वानी ने कहा कि दिसंबर से पहलगाम और गुलमर्ग में बड़े स्तर पर स्कीइंग, स्केटिंग और आइस हॉकी का आयोजन होगा। यहां कश्मीर और बाहर से आए कलाकार स्नो स्कल्पचर बनाएंगे। सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। मकसद यह है कि क्रिसमस और नए साल में कश्मीर में पर्यटकों की संख्या बढ़े।
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