राजनांदगांव . छत्तीसगढ़ का पहला ट्री मैन सिंड्रोम का मामला जिले के मोहला ब्लॉक के कट्टापार गांव में सामने आने के बाद पीड़ितों को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दोनों मरीज पिता-पुत्र हैं। अस्पताल में दाखिल करने के बाद मरीज की चमड़ी का सैंपल लिया गया है, इसे लैब में जांचा जाएगा। जांच रिपोर्ट के आधार पर इलाज किया जाएगा। डॉक्टर की मानें तो ट्री मैन सिंड्रोम जैनेटिक होकर मरीज के परिवार में पीढ़ी दर पीढ़ी बढ़ रही है।
पहले दादा को था, फिर पिता और अब बेटे को बीमारी ने जकड़ लिया है। जानकारी अनुसार कट्टापार निवासी 70वर्षीय संतूराम और उसका बेटा 15 वर्षीय किशोर ट्रीमेन सिंड्रोम से पीड़ित है। परिवार तीन पीढ़ी से इस बीमारी से ग्रसित है। भाई बहन समेत कुल 7 लोगों की मृत्यु इसी बीमारी के चलते हो चुकी है।
डॉक्टरों को जब इस केस के संबंध में जानकारी मिली तो वे पीड़ितों को मेडिकल कॉलेज ले आए। यहां इलाज जारी है। इस अजीब से बीमारी में हाथ पैर की चमड़ी पेड़ की छाल की तरह हो गई। काफी सख्त। दिखने में भी अजीब। पीड़ितों की माने तो चमड़ी मोटी होने के कारण शरीर में काफी दर्द रहता है। हाथ पैर को मोड़ते नहीं बनता है। इस बीमारी से संतूराम को रोजगार भी नहीं मिला, वह भीख मांगकर जीवन यापन करता है।
Comment Now