बिलासपुर. मुंबई-हावड़ा रूट पर चुचुहियापारा रेलवे फाटक पर अंडरब्रिज निर्माण के दौरान बड़ा हादसा हो गया। मिट्टी गीली थी उसके बाद भी गड्ढे के करीब क्रेन खड़ी करा दी थी। इस दौरान क्रेन का संतुलन बिगड़ा और वह ओएचई तो तोड़ती हुई चालू रेलवे लाइन पर गिर गई। हादसे में 8 अफसर सहित 9 लोग घायल हो गए। बिलासपुर रेलवे स्टेशन से हावड़ा की ओर महज 5 से 7 सौ मीटर दूर चुचुहियापारा रेलवे फाटक पर बहुप्रतीक्षित अंडरब्रिज निर्माण का काम 10 नवंबर को शुरू किया गया।
कंस्ट्रक्शन कंपनी ने एक साल पहले ही कांक्रीट के बाॅक्स व स्लैब बनाकर रख लिया था। रेलवे वे कंपनियों ने अब बाॅक्स पुशिंग की बजाय सीधे पटरियों को काटकर बाॅक्स रखने का काम शुरू कर दिया है। तीन दिन पहले शुरू हुआ काम अफसर जल्दी निबटाने की कोशिश में कर रहे थे। अलग-अलग तिथि में 5 दिन में इस काम को अंजाम दिया जाना था। पहले दिन 10 बाॅक्स रखे गए थे। दूसरे दिन 6 बाॅक्स रखे गए थ। बुधवार को 6 और बाॅक्स रखा जाना था। इसमें से 5वां बाॅक्स रखा जा रहा था, उसी समय यह हादसा हो गया।
शाम 4.45 बजे जब 200 टन वजन उठाने वाली क्रेन 5वें नंबर के बाॅक्स को गड्ढे में नीचे उतार रही थी उसी समय गीली मिट्टी में प्रेशर पड़ा और क्रेन के पहिए एक तरफ धंसने लगे। देखते ही देखते पूरी क्रेन पलट गई। हादसे के ठीक 4 मिनट पहले ही वहां से एक्सप्रेस गोंडवाना ट्रेन गुजरी थी। जिसके चलते जमीन हिलने लगी थी। सौभाग्यवश क्रेन के नजदीक कोई नहीं था। जो अफसर आसपास थे वे चपेट में आकर घायल हो गए। सीएसएम बीके विश्वास बाॅक्स को गड्ढे में डालते समय क्रेन के नजदीक ही थे। जैसे ही क्रेन ने बाॅक्स को उठाया वे वहां से पीछे की तरफ जाने लगे। उन्हें एहसास हुआ कि क्रेन का पहिया मिट्टी में धंस रहा है वे चालू पटरी की तरफ दौड़ पड़े।
तब तक क्रेन के सामने का हिस्सा ओएचई को तोड़ता हुआ नीचे आने लगा। विश्वास पटरियों के बीच लेट गए। जब उठे तो देखा के एक अफसर करीब ही औंधे मुंह गिरे हुए हैं वे क्रेन के सामने के हिस्से से टकरा गए थे। शहरी का कुछ हिस्सा दब भी गया था। विश्वास वहां से उठे और देखा कि वे अपर मंडल संरक्षा अधिकारी रवि नेवारे हैं। उन्होंने तत्काल उन्हें उठाया और उनके पीठ और छाती में पंपिंग की। नेवारे की आंख खुली थीं लेकिन कोई हलचल शरीर में नहीं थी। जब सीएसएम ने पीठ और छाती की पंपिंग की तब नेवारे को होश आया और अन्य लोगों की मदद उसे उन्हें उठाया।
मुंबई-हावड़ा रूट पर हादसे के बाद मंडल से गुजरने वाली 13 ट्रेनें प्रभावित हुईं। इनमें से दो ट्रेनों को परिवर्तित मार्ग से रवाना किया गया। वहीं 18239 गेवरा-इतवारी व 22647 कोरबा-त्रिवेंद्रम आज 5 घंटे देरी से रवाना होगी।
रद्द की जाने वाली गाड़ियां
परिवर्तित मार्ग से चलने वाली गाड़ियां
गंतव्य से पहले समाप्त की जाने वाली गाड़ियां
क्रेन पलटने के मामले की जांच के लिए उच्चस्तरीय समिति बनाई गई। इसके जांच के बाद ही स्पष्ट होगा कि हादसा क्यों और किस वजह से हुआ है। अभी कुछ भी कह पाना जल्दबाजी होगी। यात्रियों ्के लिए बिलासपुर व उसलापुर स्टेशन में प्रशासन की ओर से व्यवस्था कराई गई है।
पुलकित सिंघल, सीनियर डीसीएम
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