वॉशिंगटन. अमेरिका की केंद्रीय जांच एजेंसी फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (एफबीआई) ने 2018 में हेट क्राइम (नफरत भरे अपराध) के आंकड़े जारी किए हैं। इसके मुताबिक, पिछले साल अमेरिका में व्यक्तिगत हेट क्राइम 16 साल के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया। एफबीआई के मुताबिक, एक साल में लैटिन मूल के लोगों के खिलाफ सबसे ज्यादा हेट क्राइम की घटनाएं हुईं। वहीं मुस्लिम, यहूदी और सिख भी बड़ी संख्या में हेट क्राइम का शिकार हुए। 2017 से 2018 के बीच सिखों के खिलाफ नफरत भरे आपराधिक मामले 3 गुना बढ़े।
यहूदियों के साथ सबसे ज्यादा हेट क्राइम
एफबीआई एनुअल हेट क्राइम्स रिपोर्ट के अनुसार, 2017 में सिखों के खिलाफ 20 हेट क्राइम की घटनाएं सामने आई थीं, लेकिन 2018 में ऐसे अपराधों की संख्या 60 तक पहुंच गई है। अमेरिका में सबसे ज्यादा हेट क्राइम की घटनाएं यहूदियों (56.9%) और मुस्लिमों (14.6%) के साथ हुईं। इसके बाद तीसरा नंबर सिखों (4.3%) का है। लैटिन अमेरिकियों के साथ 2017 के 430 के मुकाबले 2018 में हेट क्राइम की 485 घटनाएं हुईं। इस दौरान मुस्लिम और अरब मूल के लोगों के साथ हेट क्राइम की 270 घटनाएं हुईं।
व्यक्तिगत हेट क्राइम की घटनाएं बढ़ी
2017 के मुकाबले 2018 में हेट क्राइम की घटनाओं में मामूली कमी आई। यह 7175 से घटकर 7120 पहुंच गई। इससे पहले 2016 से 2017 के बीच हेट क्राइम करीब 17% तक बढ़ा था। इस बार जहां संपत्ति के खिलाफ अपराध में कमी आई, वहीं लोगों पर व्यक्तिगत हमले की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई। कुल 7120 हेट क्राइम की घटनाओं में 4571 (61%) किसी व्यक्ति के खिलाफ हुई।
राष्ट्रपति ट्रम्प ने दिए अप्रवासियों के खिलाफ बयान
अमेरिका में हेट क्राइम बढ़ने का एक बड़ा कारण राष्ट्रपति ट्रम्प के बयान और उनकी सरकार की नीतियां हैं। ब्रिटिश अखबार द गार्जियन के मुताबिक, ट्रम्प प्रशासन ने बीते कुछ समय में अप्रवासियों और शरणार्थियों को देश से बाहर भेजने पर बयान दिए हैं। इसके अलावा सरकार की नीतियां भी इसी दिशा में बनाई जा रही हैं। ट्रम्प प्रशासन ने एलजीबीटी (लेस्बियन, गे, बाइसेक्शुअल और ट्रांसजेंडर) समुदाय के खिलाफ नीतियों को आगे बढ़ाया है। ट्रम्प ने कुछ ही समय पहले सेना में ट्रांसजेंडरों की भर्ती पर रोक लगाने का बड़ा फैसला लिया था।
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