रायपुर. छत्तीसगढ़ में व्हॉट्सएप जासूसी मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जांच के आदेश दे दिए हैं। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद प्रमुख सचिव गृह सुब्रत साहू की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। इस टीम में रायपुर के आईजी आनंद छाबड़ा और जनसंपर्क विभाग के अफसर तारन प्रकाश सिन्हा शामिल हैं। यह समिति एक माह में अपनी जांच की प्रतिवेदन रिपोर्ट तथ्यों के साथ प्रस्तुत करेगी। रिपोर्ट आने के बाद सरकार आगे की कार्रवाई के लिए तय करेगी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने व्हॉट्सएप हैक कर स्मार्ट फोन काॅल को अवैध रूप से टेप किए जाने के मामने को गंभीरता से लिया है। उन्होंने इस संबंध में ट्वीट भी किया है। इसमें मुख्यमंत्री बघेल ने लिखा है कि जासूसी करना जासूसों का काम है, वो इसे करते रहेंगे। नागरिकों की निजता को सुरक्षित रखना मेरी जिम्मेदारी है, मैं भी इसे करता ही रहूंगा। हालांकि बताया जा रहा है कि इजराइल की जिस एनएसओ सॉफ्टवेयर कंपनी पर आरोप लगा है, उसने पूर्व की सरकार में करीब तीन साल पहले यहां प्रजेंटेशन दिया था।
दरअसल, इजराइल की एक कंपनी पर लोगों के मोबाइल हैक कर व्हाॅट्सएप के जरिए जासूसी करने का आरोप है। इसमें छत्तीसगढ़ सहित देश के कई लोग शामिल हैं। प्रदेश से एेसे पांच लोगों ने व्हॉट्सएप हैक कर जासूसी करने की शिकायत की है। इनमें सामाजिक कार्यकर्ता बेला भाटिया, आलोक शुक्ला, शालिनि गेरा, अधिवक्ता डिग्री चौहान और पत्रकार शुभ्रांशु चौधरी के नाम सामने आए हैं। बताया जा रहा है कि मई और जून 2019 में इनके फोन की जासूसी किए जाने की जानकारी व्हॉट्सएप के जरिए ही इन्हें मिली।
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