भोपाल. प्रदेश के सरकारी कॉलेजों में पढ़ने वाली छात्राओं और महिला कर्मचारियों को अब सैनेटरी नैपकिन लेने के लिए किसी तरह की शर्मिंदगी या झिझक का सामना नहीं करना पड़ेगा। शहर के तीन गर्ल्स कॉलेज समेत प्रदेशभर के 73 कॉलेजों में सैनेटरी नैपकिन इंसीनरेटर एवं वेंडिंग मशीनें लगाने उच्च शिक्षा विभाग ने मंजूरी जारी कर दी है। कॉलेेजों द्वारा इन मशीनों की मांग विभाग से की गई थी।
इसमें शहर के एमएलबी, नूतन गर्ल्स और गीतांजली गर्ल्स कॉलेज भी शामिल हैं। उच्च शिक्षा विभाग के अपर आयुक्त वेद प्रकाश ने कॉलेज प्राचार्यों को पत्र लिखकर सैनेटरी नैपकिन इंसीनरेटर एवं वेंडिंग मशीन खरीदने की मंजूरी दे दी है। विश्व बैंक पोषित मप्र उच्च शिक्षा गुणवत्ता उन्नयन परियोजना के तहत कॉलेजों को यह मंजूरी दी गई है। सैनेटरी नैपकिन इंसीनरेटर की अनुमानित लागत 40 हजार रुपए और सैनेटरी नैपकिन वेडिंग मशीन 26 हजार रुपए की होगी।
नष्ट करने की सुविधा भी
इस मशीन से सैनेटरी नैपकिन मिल जाएगा। साथ ही दूसरी मशीन में उपयोग किए गए नैपकिन को नष्ट करने की सुविधा भी मिलेगी। इसके उपयोग किए जाने से नैपकिन को सुरक्षित तरीके से डिस्पोज किया जा सकेगा। इस योजना से लड़कियों की शारीरिक स्वच्छता के साथ पर्यावरण को भी स्वच्छ रखने में मदद मिलेगी।
यूजीसी के भी हैं निर्देश
इस संबंध में यूजीसी द्वारा भी समय-समय पर विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को निर्देश जारी किए जाते रहे हैं। छात्राओं को इंफेक्शन से बचाने के लिए यह प्रयास किए जा रहे हैं। अधिकतर लड़कियों में नैपकिन खरीदने को लेकर संकोच रहता है। वे मेडिकल स्टोर में जाकर सैनेटरी नैपकिन लेने से परहेज करती हैं। ऐसे में यह मशीनें सहायक बन सकेंगी।
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