Thursday, 12th June 2025

मनमानी / पिकअप लोकेशन में एयरपोर्ट का नाम जुड़ते ही ढाई गुना तक ज्यादा किराया वसूल रहीं कैब कंपनियां

Fri, Nov 8, 2019 7:05 PM

 

  • आलम यह कि शिकायत करने के लिए यात्रियों के पास कोई प्लेटफॉर्म तक नहीं
  • ट्रांसपोर्ट कमिश्नर का कहना है कि कैब कंपनियों पर नियंत्रण की तैयारी जारी है

 

भोपाल (अनुराग शर्मा). ओला कैब से राजाभोज एयरपोर्ट से एमपी नगर तक आने के लिए 699 रुपए किराया वसूला जा रह है, जबकि इसी समय गांधी नगर से एमपी नगर तक का किराया 280 रुपए लिया जा रहा है। गांधीनगर से एयरपोर्ट तक की दूरी सिर्फ एक किमी है। लेकिन सिर्फ एयरपोर्ट का नाम जुड़ते ही कैब कंपनियां ढाई गुना तक ज्यादा किराया वसूल रही हैं। इस मामले में ट्रांसपोर्ट कमिश्नर का कहना है कि कैब कंपनियों पर नियंत्रण की तैयारी जारी है। इसी तरह के हालात उबर समेत अन्य कैब कंपनियों के हैं। लगातार आ रही शिकायतों के बाद भास्कर संवाददाता ने जब इस मामले की पड़ताल की तो यह हकीकत सामने आई।

किराया


इस तरह बढ़ जाता है चार्ज..
एयरपोर्ट से बुकिंग करने पर टोल पार्किंग चार्ज, राइड की कन्वीनियंस फी और वेटिंग कन्विनियंस फी के नाम पर ये वसूली की जा रही है। हालांकि गांधी नगर जैसी नजदीक की ही दूरी से कैब बुक करने पर केवल बेस फेयर ही लिया जाता है पार्किंग सहित कन्विनियंस फी जैसे चार्ज नहीं लिए जाते इसलिए चार्ज में इतना अंतर आ जाता है।

उबर में भी ऐसे ही हालात 

इसी तरह उबर कैब से राजा भोज एयरपोर्ट से एमपी नगर आने का किराया 322 रुपए लिया जा रहा है। जबकि गांधी नगर से एमपी नगर की बुकिंग करने पर किराया 217 रुपए बन रहा है। 

मात्र ओला ने लिया फॉर्म, उबर ने जानकारी

जहां तक परिवहन विभाग से कैब लाइसेंस लेने की बात है तो केवल ओला ने ही आवेदन फॉर्म लेकर प्रक्रिया को आगे बढ़ाया है। वहीं, उबर कैब वालों ने अब तक जानकारी ही ली है। अन्य कंपनियों रैपिडो टैक्सी बाइक, ड्राइवर-इन आदि ने तो प्रक्रिया को तक नहीं समझा है। आरटीओ संजय तिवारी का कहना है कि उड़न दस्ते के माध्यम से जल्द कार्रवाई करवाने जा रहे हैं।


 

लाइसेंस प्रक्रिया पूरी होने पर नियंत्रण हाेगा

कैब नीति के तहत लाइसेंस प्रक्रिया पूरी की जा रही है। इसके बाद कैब कंपनियों पर विभाग का नियंत्रण हो जाएगा और वे ज्यादा किराया नहीं ले सकेंगी। शिकायत करने पर तत्काल कार्रवाई भी जारी है। - बी. मधु कुमार, ट्रांसपोर्ट, कमिश्नर मध्यप्रदेश

चैक करेंगे किराया ज्यादा क्यों लिया जा रहा

किन स्थानों के बीच ज्यादा किराया लिया जा रहा है, कंपनी के अधिकारियों से चैक करवाया जाएगा। इसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है। जो भी समस्याएं हैं, उन्हें दूर करवाएंगे।-सुमन कुमार, पीआर डिपार्टमेंट, ओला कैब

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