नई दिल्ली. केंद्र सरकार ने नेहरू मेमोरियल म्यूजियम और लाइब्रेरी सोसाइटी (एनएमएमएल) का पुनर्गठन किया है। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, जयराम रमेश और कर्ण सिंह से सोसाइटी की सदस्यता छीन ली गई है। उनकी जगह टीवी पत्रकार रजत शर्मा, भाजपा नेता अनिर्बान गांगुली और गीतकार प्रसून जोशी पैनल में शामिल किए गए हैं। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सरकार का हर काम राजनीति से प्रेरित है।
सरकार की ओर से मंगलवार को जारी आदेश के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोसाइटी के अध्यक्ष और राजनाथ सिंह इसके उपाध्यक्ष होंगे। आदेश में कहा गया है कि केंद्र सरकार ने नेहरू मेमोरियल म्यूजियम और लाइब्रेरी सोसाइटी को एनएमएमएल मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन और सोसाइटी रूल्स एंड रेगुलेशन के नियम 3 के तहत पुनर्गठित करने का फैसला किया है।
सोसाइटी के सदस्यों में शाह-जावड़ेकर का नाम
सोसाइटी में प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री के अलावा गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल, पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, विदेश राज्यमंत्री वी मुरलीधरन, प्रह्लाद सिंह पटेल, भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) के अध्यक्ष विनय सहस्रबुद्धे और प्रसार भारती के चेयरमैन ए सूर्य प्रकाश को शामिल किया गया है। इनके साथ व्यय मामलों और संस्कृति और शहरी आवास मामलों के सचिवों को भी सोसाइटी का सदस्य बनाया गया है। आदेश के मुताबिक, ये सभी लोग 5 साल तक सोसाइटी के सदस्य रहेंगे।
नेहरू मेमोरियल को प्रधानमंत्रियों का म्यूजियम बनाना चाहती है सरकार
पिछले साल सरकार ने नेहरू मेमोरियल को सेंटर ऑफ रिसर्च बनाने का फैसला किया था। योजना के मुताबिक, इसे सभी प्रधानमंत्रियों की स्मृति में म्यूजियम बनाया जाना है। पिछले साल भाजपा नेता और तत्कालीन संस्कृति मंत्री महेश शर्मा ने इसके लिए भूमिपूजन भी किया था। पत्रकार अर्णब गोस्वामी, एस जयशंकर और राम बहादुर राय (चेयरमैन, इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर फॉर द आर्ट्स) को पिछले साल ही पैनल में शामिल किया गया था।
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