रायपुर.हिंदुओं का सबसे बड़ा त्योहार दीपावली रविवार को मनाई जा ही है। शाम तक चतुर्दशी होने के कारण इस बार दिवाली पूजन देर रात तक विशेष मूहुर्त और लग्नों में होगा। तीन दिनों तक बंगाली, जैन, कायस्थ समाज के लोग अराध्य देवता की पूजा करेंगे। रविवार रात 8 बजे से बंगाली समाज मां काली की पूजा करेगा। सोमवार को घर-मंदिरों में गोवर्धन पूजा और अन्नकूट का पूजन होगा। जैन समाज दिगंबर जैन मंदिर में भगवान महावीर का मोक्ष कल्याणक पूजन करेगा। भगवान महावीर को लाडू चढ़ाया जाएगा। मंगलवार को कायस्थ समाज भगवान चित्रगुप्त जयंती मनाएगा और कलम दवात की पूजा करेगा।
अमावस्या के दिन गृहस्थों के लिए अपने निवास स्थान में पूजा के लिए सायं 5.36 से रात्रि 8.14 बजे तक का समय सर्वश्रेष्ठ रहेगा। शाम 6 बजकर 40 मिनट से 8 बजकर 35 मिनट के मध्य वृषभ (स्थिर लग्न) रहेगा। इसी अवधि के मध्य में दीप-दान एवं पूजन के लिए चित्रा नक्षत्र तुला राशिगत चन्द्र तथा शुभ एवं अमृत चौघड़िया रहने से श्री महालक्ष्मी का पूजन कई गुना अधिक शुभ फलदायी रहेगा।
दिवाली की सुबह चतुर्दशी और शाम को अमावस्या
पंडित प्यारेदेव पंडा के अनुसार रविवार, 27 अक्टूबर की सुबह चतुर्दशी तिथि रहेगी और शाम को अमावस्या लगेगी। इस वजह से रविवार को ही लक्ष्मी पूजन किया जाएगा। देवी लक्ष्मी की पूजा के लिए रात का समय ही श्रेष्ठ रहता है। इस वजह से अधिकतर लोग देर रात लक्ष्मी पूजन करते हैं। मान्यता है कि दीपावली पर महा लक्ष्मी की पूजा करने से समृद्धि आती है।
काली पूजा: अमावस्या की तिथि रविवार की रात 8 बजे से 2 बजे तक चलेगा। काली पूजा कालीबाड़ी, बंगाली कॉलोनी में काली पूजा होगी। सालभर में 12 अमावस्या होता है मुख्य अमावस्या पूजा दिवाली के दिन होती है। इसे दीपा नीता अमावस्या पूजा कहा जाता है। वहीं रात 8 बजे से जैतूसाव मठ में मां लक्ष्मी का पूजन होगा। इस दौरान साल में एक बार शंख को भी पूजन के लिए निकाला जाएगा। बताया जाता है कि यह शंख करीब 500 साल पुराना है
मोक्ष कल्याणक पूजन: जैन शास्त्रों के अनुसार महावीर प्रभु का मोक्ष कल्याणक कार्तिक माह के अमावस्या के दिन सुबह 5 बजे होता है। दिगंबर जैन मंदिर परिसर में समाज के लोगों ने भगवान का अभिषेक किया। समाज द्वारा शांति धारा जिसमें पूरे विश्व की शांति का अपील की गई। देवशास्त्र का पूजन, आदिनाथ भगवान का पूजन इसके पश्चात निर्वाण कांड का पूजन किया गया।
अन्नकूट: सोमवार को सुबह 11 बजे से श्याम मंदिर में अन्नकूट प्रसाद वितरण होगा। श्याम बाबा की आरती होगी और भोग लगाया जाएगा इसके पश्चात 4 घंटे तक प्रसाद वितरित किया जाएगा। राम मंदिर समेत कई मंदिरों में अन्नकूट का प्रसाद मिलेगा। घरों में गोवर्धन पूजा होगी।
चित्रगुप्त जयंती: 29 अक्टूबर को कायस्थ समाज चित्रगुप्त जयंती मनाएगा। कलम और दवात की पूजा की जाएगी। समाज के सचिव विवेक रंजन सिन्हा ने बताया कि हिन्दी भाषी क्षेत्रों के अलावा ओडिशा, बंगाली कायस्थ चित्रगुप्त जयंती मनाते हैं। समाज के लोग अपने घरों में आराध्य भगवान चित्रगुप्त व कलम-दवात की पूजा कर उत्तम संस्कार, शिक्षा, ज्ञान और सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना करेंगे।
दिवाली पर सुरक्षा, इमरजेंसी और स्वासथ्य के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। रविवार सुबह से ही पुलिस फोर्स सड़कों पर मुस्तैद है। जो कि 36 घंटे तक सुरक्षा व्यवस्था के लिए तैनात रहेगी। दिवाली के अलावा अलग-अलग प्वाइंट पर तैनात फोर्स को भी नहीं हटाया जाएगा। मेकाहारा, जिला अस्पतालों के साथ-साथ राजधानी रायपुर स्थित मल्टीस्पेशियलिटी अस्पताल डीकेएस में भी डॉक्टरों की शिफ्ट के अनुसार ड्यूटी रहेगी।
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