Saturday, 14th June 2025

हरियाणा एनालिसिस / मुख्यमंत्री खट्टर के जिले में भाजपा को 2 सीटों का नुकसान, हुड्डा ने अपने गढ़ में पिछला प्रदर्शन दोहराया

Fri, Oct 25, 2019 5:13 PM

 

  • हरियाणा की 90 विधानसभा सीट में से 40 भाजपा, 31 कांग्रेस को; दुष्यंत चौटाला की पार्टी ने 10 सीटें जीतीं
  • भाजपा ने 2014 के चुनाव में 47 सीटें जीती थीं, उनमें से इस बार 25 ही जीत सकी, 15 नई सीट जोड़ीं
  • मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के करनाल जिले में भाजपा ने 2014 में सभी 5 सीटें जीती थीं, इस बार 3 जीतीं

 

नई दिल्ली. हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे गुरुवार को घोषित कर दिए गए। किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिल सका। पिछली बार पूर्ण बहुमत से सत्ता में आई भाजपा इस बार 41 सीटें ही जीत सकी। खट्टर सरकार के 8 मंत्री भी इस बार चुनाव हार गए। कांग्रेस को इस बार 16 सीटों को फायदा हुआ है और वह 31 सीटें जीतने में कामयाब रही। वहीं, 10 महीने पहले बनी दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) ने अपने पहले ही विधानसभा चुनाव में 10 सीटें हासिल कीं।

भाजपा ने 15 नई सीटें जीतीं, कांग्रेस ने नई 23 सीटें जोड़ीं

  • भाजपा पिछले चुनाव में जीती 47 सीटों में से 25 ही बचा पाई, जबकि 22 गंवा दी। भाजपा ने इस बार जो 22 सीटें गंवाई हैं, उनमें से 14 सीटें कांग्रेस, 6 सीटें जेजेपी और 2 सीटें निर्दलीय के खाते में गईं। हालांकि, भाजपा 15 नई सीटें जीतने में कामयाब रही।
  • कांग्रेस पिछली बार राज्य की 90 सीटों में से 15 ही जीत पाई थी। इस बार उसने 31 सीटें जीत लीं। कांग्रेस ने पिछली बार जो 15 सीटें जीती थीं, उनमें से 8 सीटें बचाने में कामयाब रही। इस बार पार्टी ने 23 नई सीटें जोड़ीं।

दिग्गजों के गढ़ में क्या हुआ?
 

1) मनोहर लाल खट्टर, करनाल
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर करनाल जिले से आते हैं। 2014 के विधानसभा चुनाव में यहां की सभी 5 सीटें भाजपा ने जीती थीं। लेकिन, इस बार भाजपा ने 2 सीटें गंवा दी।

सीट 2014 2019
असंध भाजपा कांग्रेस
घरौंडा भाजपा भाजपा
इंद्री भाजपा भाजपा
करनाल भाजपा भाजपा
नीलोखेड़ी भाजपा निर्दलीय

2) भूपिंदर सिंह हुड्डा, रोहतक
दो बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे भूपिंदर सिंह हुड्डा के रोहतक जिले में 4 सीटें आती हैं। यहां की तीन सीटों पर कांग्रेस ने इस बार भी जीत हासिल की है। पिछली बार भी यहां की 3 सीटें कांग्रेस ने जीती थी। इस बार कांग्रेस के हाथ से मेहाम सीट निकल गई, लेकिन उसने भाजपा से रोहतक सीट छीनकर इसकी भरपाई कर ली।

सीट 2014 2019
गढ़ी सांपला किलोई कांग्रेस कांग्रेस
कालानौर कांग्रेस कांग्रेस
मेहाम कांग्रेस निर्दलीय
रोहतक भाजपा कांग्रेस

3) बंसीलाल, भिवानी
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल के भिवानी जिले में कांग्रेस कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाई। यहां की 6 सीटों में से 3 भाजपा, 1 जेजेपी और 1 निर्दलीय के पास चली गई। हालांकि, बंसीलाल की पारिवारिक सीट मानी जाने वाली तोशाम सीट पर उनकी बहू किरन चौधरी जीत गईं। 2014 में भी कांग्रेस को यही सीट मिली थी।

सीट 2014 2019
बाढ़ड़ा भाजपा जेजेपी
बवानी खेड़ा भाजपा भाजपा
भिवानी भाजपा भाजपा
दादरी इनेलो निर्दलीय
लोहारू भाजपा भाजपा
तोशामा काग्रेस कांग्रेस

4) अनिल विज और कुमारी सैलजा, अंबाला
अंबाला जिले से खट्टर सरकार में मंत्री रहे अनिल विज और कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा आती हैं। इस जिले में दोनों ही नेताओें की प्रतिष्ठा दांव पर लगी थी। 2014 में भाजपा ने यहां की सभी 4 सीटें जीती थीं। इस बार अनिल विज अपनी तो सीट बचा ले गए, लेकिन अपने जिले से पार्टी की 2 सीट गंवा बैठे। ये दोनों सीटें इस बार कांग्रेस के खाते में गई हैं।

सीट 2014 2019
अंबाला कैंट भाजपा भाजपा
अंबाला सिटी भाजपा भाजपा
मुलाना भाजपा कांग्रेस
नारायणगढ़ भाजपा कांग्रेस

5) देवीलाल चौटाला, सिरसा
चौटाला परिवार का नाम हरियाणा के बड़े राजनीतिक घराने में गिना जाता है। देवीलाल हरियाणा के मुख्यमंत्री रहने के अलावा देश के उप-प्रधानमंत्री भी रह चुके हैं। उनके बेटे ओमप्रकाश चौटाला भी मुख्यमंत्री रहे हैं। चौटाला परिवार का गढ़ सिरसा है। उनकी पार्टी इनेलो (इंडियन नेशनल लोकदल) ने 2014 के विधानसभा चुनाव में 19 सीटें जीती थीं, लेकिन इस बार पार्टी 1 सीट पर ही सिमट गई। सिरसा की 5 सीटों में से 4 पर पिछली बार इनेलो का कब्जा था।

सीट 2014 2019
डबवाली इनेलो कांग्रेस
ऐलनाबाद इनेलो इनेलो
कालांवाली शिरोमणि कांग्रेस
रानिया इनेलो निर्दलीय
सिरसा इनेलो

हरियाणा लोकहित पार्टी

 

6) भजनलाल परिवार, हिसार
तीन बार मुख्यमंत्री रहे भजनलाल का परिवार बड़ा राजनीतिक घराना है। इस बार उनके बेटे कुलदीप बिश्नोई आदमपुर सीट से चुने गए। इस जिले की यही एकमात्र सीट है, जो कांग्रेस जीत चुकी है। हालांकि, पिछले चुनाव में कांग्रेस यहां की 7 में से एक भी सीट नहीं जीत सकी थी।

सीट

2014 2019
आदमपुर एचजेसीबीएल कांग्रेस
बरवाला इनेलो जेजेपी
हांसी एचजेसीबीएल भाजपा
हिसार भाजपा भाजपा
नालवा इनेलो भाजपा
नारनौंद भाजपा जेजेपी
उकलाना इनेलो जेजेपी

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