जगदलपुर . चित्रकोट विधानसभा के उपचुनावों के लिए इस बार करीब पांच मतदान केंद्रों को उनकी संवेदनशीलता और पहुंचविहीन होने के चलते शिफ्ट किया गया था। मतदान केंद्रों के शिफ्ट होने के बाद भी यहां के मतदाताओं में खासा जोश देखा गया। सोमवार सुबह आठ बजे से जब मतदान शुरू हुआ तो बड़ी संख्या में शिफ्ट किए गए बूथों पर वोटरों की भीड़ उमड़ी और दोपहर 12 बजे तक इन बूथों पर 50 प्रतिशत से अधिक मतदान हो चुका था। शिफ्ट किये गये बोदेली, सुलेंगा, कोरंगाली, कुडूमखोदरा और कलेपाल में औसत 70 फीसदी के करीब मतदान की खबरें हैं। इसके अलावा बात करें चित्रकोट उपचुनाव में कुछ वोटिंग की तो शाम तक इलाके में 80 फीसदी मतदान हुआ। इलाके में लोग वोटिंग के लिए बड़ी संख्या में बाहर आये दोपहर 1 बजे तक 49 फीसदी से ज्यादा मतदान हो चुका था। शाम होते-होते यह आंकड़ा 75 फीसदी से ज्यादा पहुंच गया था।
इधर सुलेंगा के मतदान केंद्र को सतसपुर के प्राथमिक शाला में शिफ्ट किया गया था। सुलेंगा के मतदाताओं ने इस बार भारी उत्साह दिखाया। यहां के मतदाता समूह में पहाड़ को पार करके सतसपुर तक पहुंचे और मतदान किया। यहां दोपहर 12 बजे ही 75 फीसदी मतदान हो गया था। इस बूथ तक पहुंचने के लिए दस किमी से ज्यादा का सफर सुलेंगा के लोगों ने पूरा किया।
नदी और पहाड़ पारकर पहुंचे मतदान केंद्र
सुबह की पहली किरण के साथ रवाना हुए बूथों तक : उपचुनाव के लिए संवेदनशील मतदान केंद्रों के लिए रवाना 61 दलों को सुरक्षा की दृष्टि से बेस कैंप में ठहरा दिया गया। इसके बाद सोमवार को वे कड़ी सुरक्षा के बीच सूरज की पहली किरण के फटते ही मतदान केंद्र के लिए रवाना हुए।
मतदान करने के बाद बोले- सड़क के लिए आए : कुड़ूमखोदरा केंद्रों को बालक आश्रम बीसपुर के कक्ष-2 में शिफ्ट किया गया था। यह गांव इतना बड़ा है कि कई घर मतदान केंद्र से 20-20 किमी की दूरी पर हैं। बूथ पर आए मतदाता बोले- हर बार यही सोचकर वोट देने आ जाते हैं कि जो जीतेगा वह गांव तक सड़क बनवा देगा।
ज्यादातर ग्रामीणों को पार्टी के प्रत्याशी की जानकारी नहीं : सुकमा | जिले में पडऩे वाले चित्रकोट विधानसभा के 16 मतदान केंद्र के ज्यादातर ग्रामीण नहीं जानते की किस पार्टी से कौन प्रत्याशी चुनाव लड़ रहा है। वे सालों से ही पार्टी के हिसाब से ही वोट करते आए हैं। उन्हें इस बात से कोई मतलब नहीं की प्रत्याशी कौन है। मतदान करने जा रहे और मतदान कर लौट रहे लोगों से हमने पूछा की उन्होंने किसे वोट किया या करेंगे तो कुछ को छोड़ ज्यादातर लोगों ने राजनीतिक दल का ही नाम लिया। नवागुड़ा के कुम्हारपारा से कुड़कानार स्थित मतदान केंद्र में वोट डालने जा रहे मेघनाथ नाग से जब हमने पूछा कि किसे वोट दोगे तो उसने पहले तो कहा कि लखमा को वोट देगा।
जब हमने उनसे कहा कि कवासी लखमा तो मंत्री हैं वे चुनाव नहीं लड़ रहे तो उसने कहा कि लखमा का भाई खड़ा है उसको वोट डालूंगा। मेघनाथ ने बताया कि कांग्रेस और बीजेपी के लोग वोट से पहले उसके गांव आए थे। गांव वालों ने तय किया है कि वे इस बार कांग्रेस को वोट देंगे।
Comment Now