इंदौर . निवेश को बढ़ावा देने के लिए इंदौर में शुक्रवार को हुई मैग्नीफिसेंट एमपी में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अहम घोषणा की। उन्होंने कहा- कोई भी निवेशक या उद्योगपति प्रोजेक्ट शुरू करना चाहते हैं तो जमीन लेते ही तुरंत कर दें। उन्हें मंजूरी के लिए रुकना नहीं पड़ेगा। उनकी स्वघोषणा ही मान्य होगी।
वह अपने प्रोजेक्ट में मास्टर प्लान, बिल्डिंग परमिशन नियम का पालन करते हुए काम करें और 3 साल में मंजूरियां ले लें। इसके बाद सरकार देखेगी कि उन्होंने प्रोजेक्ट में नियमों का पालन किया या नहीं। ऐसा नहीं हुआ तो सख्त कार्रवाई करेंगे। मीडिया से बातचीत में सीएम ने कहा कि समिट इंदौर, भोपाल व अन्य शहरों में करने पर भी काम करेंगे, लेकिन पहले हमारा ध्यान सेक्टर वाइज मीटिंग करने पर है, ताकि उद्योगों की समस्याएं दूर की जा सकंे।
जितने निवेशकों से हमारी चर्चा हुई है, उन सभी को कहा है कि प्रोजेक्ट में 70 फीसदी रोजगार मप्र के लोगों को देना होगा। इसके लिए हम कानून भी ला रहे हैं। सीएम ने औद्योगिक मंदी को लेकर केंद्र पर निशाना साधा कि मंदी सेंटीमेंट से होती है, मप्र में सेंटीमेंट अच्छे हैं, यहां पर मंदी नहीं है।
74 हजार करोड़ के निवेश प्रस्तावों पर लगी मुहर : इससे पहले दोपहर में मुख्यमंत्री की उद्योगपतियों के साथ वन टू वन बैठकों में प्रदेश में पांच महीने में 74 हजार करोड़ रुपए के निवेश प्रस्तावों पर मुहर लगी। मुख्यमंत्री ने फार्मा, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, आईटी सेक्टर, सोलर व विंड एनर्जी, सीमेंट उत्पादन से जुड़े ग्रुप के 12 उद्योगपतियों से बात की और इस सेक्टर की समस्याएं सुनी। उन्होंने समस्याओं को जल्द दूर करने का भरोसा दिलाया।
इन्वेस्टमेंट की अग्रिम पंक्ति : 6019 अरब वाले 8 चेहरों के नाम रहा मैग्नीफिसेंट एमपी
टॉप-5 निवेश प्रस्ताव जो समिट में आए
1. इजराइल की एवगोल कंपनी 1250 करोड़ का निवेश करेगी। कंपनी फेब्रिक, लॉजिस्टिक जैसे क्षेत्रों में निवेश करने जा रही है।
2. नार्वे की स्टेट क्रॉफ्ट 1000 करोड़ से अधिक का निवेश कर सेंट्रल इंडिया का सबसे बड़ा डाटा सेंटर बनाएगी।
3. अडाणी ग्रुप ने एग्रो फूड और लॉजिस्टिक सेक्टर में विस्तार का ऐलान किया। निवेश डेढ़ से दो गुना बढ़ाएगा।
4. वॉल्वो बांगरदा (भोपाल) में नया प्लांट लगाएगी। ये लगभग 300 करोड़ रुपए का होगा।
5. अमेरिका की लैप इंडिया केबल सेक्टर में निवेश का विस्तार करेगी। मप्र कारोबार का सेंटर होगा।
टॉप-5 उद्योगपतियों-कंपनियों ने क्या दिया
मुकेश अंबानी चेयरमैन रिलायंस इंडस्ट्रीज : 10 हजार करोड़ से ज्यादा का निवेश, वेयर हाउस सेक्टर में 45 डिस्ट्रिब्यूशन सेंटर बनाएंगे
एन. श्रीनिवासन वाइस चेयरमैन इंडिया सीमेंट : दमोह-खंडवा में सीमेंट प्लांट में 1200 करोड़ का निवेश, इसे 3000 करोड़ तक ले जाने का लक्ष्य
संजीव पुरी चेयरमैन आईटीसी ग्रुप : एग्रो फूड में 700 करोड़ का निवेश, 10 हजार एकड़ में औषधीय खेती को प्रमोट करेगी
दिलीप संघवी : डायरेक्टर सन फार्मा फार्मा सेक्टर में निवेश, 500 करोड़ रुपए से प्रोजेक्ट का विस्तार होगा
रवि झुनझुनवाला: डायरेक्टर एचईजी मंडीदीप प्रोजेक्ट में 1200 करोड़ लगाएंगे। 6000 करोड़ तक का लक्ष्य।
जिस होलोग्राफी का मोदी ने किया था इस्तेमाल, मप्र में पहली बार उसका प्रदर्शन : मैग्नीफिसेंट एमपी में होलोग्राफिक प्रेजेंटेशन ने इस समिट को भव्यता दे दी। मप्र में पहली बार किसी इवेंट में इसका उपयोग हुआ। इंडस्ट्री सेक्टर से लेकर नेचर और वाइल्ड लाइफ की थ्री-डी इमेज निवेशकों के सामने पेश की गई। बताया जा रहा है कि इस होलोग्राफिक प्रेजेंटेशन का पहली बार नरेंद्र मोदी ने 2012 से 2014 के बीच उपयोग किया था। उस समय इसका खर्च करीब एक करोड़ रुपए आता था। तब इस तकनीक के इस्तेमाल के अधिकार सीमित होते थे। बाद में चीजें बदल गईं। लिहाजा इस बार मैग्नीफिसेंट एमपी में एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी ने इसे पेश किया। थ्री-डी इमेज के पीछे तीन व्यक्तियों ने लाइव परफोर्मेंस देकर इसे रोचक बना दिया।
यहां तक खुद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने गांधीजी के साथ अपनी न केवल इमेज देखी, बल्कि टाइगर के साथ भी इमेज बनाई। निवेशक मप्र सरकार के इस प्रयोग की सराहना करते दिखाई दिए। इस होलोग्राफी को सीधी शब्दों में एक दृश्य भ्रम की तरह देखा जा सकता है। किसी भी एक ऑब्जेक्ट को डिस्प्ले डिवाइस की मदद से रिकॉर्ड (फोटोग्राफिक रिकॉर्डिंग) कर लिया जाता है। बाद में उसी ऑब्जेक्ट को तीन दिशाओं (थ्री डाइमेंशन) में देखा जा सकता है। मैग्निफिसेंट एमपी में आए निवेशकों को मप्र की खूबसूरती के साथ यहां की खास चीजों और निवेश से जुड़ी पॉलिसी व इसके सपोर्ट में अब तक हुए डेवलपमेंट को दिखाया गया। लेजर किरणों का उपयोग कर इसमें इस तरह किया जाता है कि सामने खड़े व्यक्ति को खुद उसकी इमेज वैसी ही दिखाई देती है।
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