Tuesday, 10th June 2025

मैग्नीफिसेंट एमपी / इंदौर को मिले 687 करोड़ के चार प्रोजेक्ट; 2000 करोड़ के निवेश का रास्ता खुला

Fri, Oct 18, 2019 6:13 PM

 

  • श्रीराम पिस्टन, इंडिया सीमेंट, वंडर सीमेंट, राल्सन टायर समेत बड़ी कंपनियां आईं
  • सीएम ने इंटर स्टेट बस टर्मिनल सिस्टम (आईएसबीटी) का भूमिपूजन किया

 

इंदौर. मैग्नीफिसेंट एमपी कार्यक्रम के लिए इंदौर आए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शहर को 687 करोड़ की लागत से बने चार प्रोजेक्ट की सौगात दी। इसमें पीथमपुर में बने स्मार्ट इंडस्ट्रियल पार्क के साथ ही सिंहासा में बने आईटी पार्क और पीथमपुर और आसपास के औद्योगिक क्षेत्रोें को नर्मदा की होने वाली आपूर्ति का वाटर सिस्टम और कमांड-कंट्रोल सेंटर शामिल है। साथ ही वह इंटर स्टेट बस टर्मिनल सिस्टम (आईएसबीटी) का भूमिपूजन भी किया गया, जो 21 माह में बनकर तैयार हो जाएगा। यह सभी ई लोकार्पण और भूमिपूजन के द्वारा हुए। 

 

  • श्रीराम पिस्टन, इंडिया सीमेंट, वंडर सीमेंट, राल्सन टायर समेत बड़ी कंपनियां आईं
  • सीएम ने इंटर स्टेट बस टर्मिनल सिस्टम (आईएसबीटी) का भूमिपूजन किया

 

इंदौर. मैग्नीफिसेंट एमपी कार्यक्रम के लिए इंदौर आए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शहर को 687 करोड़ की लागत से बने चार प्रोजेक्ट की सौगात दी। इसमें पीथमपुर में बने स्मार्ट इंडस्ट्रियल पार्क के साथ ही सिंहासा में बने आईटी पार्क और पीथमपुर और आसपास के औद्योगिक क्षेत्रोें को नर्मदा की होने वाली आपूर्ति का वाटर सिस्टम और कमांड-कंट्रोल सेंटर शामिल है। साथ ही वह इंटर स्टेट बस टर्मिनल सिस्टम (आईएसबीटी) का भूमिपूजन भी किया गया, जो 21 माह में बनकर तैयार हो जाएगा। यह सभी ई लोकार्पण और भूमिपूजन के द्वारा हुए। 

गुरुवार शाम पौने पांच बजे से सीएम पीथमपुर औद्योगिक संगठन से चर्चा की। बैठक के बाद वे इम्पीटस टेक्नोलॉजी यूएसए, सिम्बायोटिक ग्रुप, महिंद्रा एग्रीकल्चर व आयनॉक्स एयर, स्टार ग्रुप के पदाधिकारियों से मिले। इन बैठकों में लगभग दो हजार करोड़ से अधिक के निवेश पर सहमति बनने की उम्मीद है।

सड़कों पर रंग-बिरंगी लाइट लगाई गई है।

इंटीग्रेटेड वाटर सप्लाय सिस्टम : एमपीआईडीसी द्वारा नर्मदा-शिप्रा लिंक से यह पानी पीथमपुर व आसपास के औद्योगिक एरिया में पहुंचाने के लिए यह सिस्टम बनाया गया है। इससे औद्योगिक क्षेत्र में कम से कम 30 साल तक पानी की समस्या नहीं आएगी यह प्रोजेक्ट रिकॉर्ड केवल दो साल में ही 220 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हो गया है।

  • सिंहासा आईटी पार्क : यह पार्क 116 करोड़ की लागत से 107 एकड़ जमीन पर बना है। यहां पर 12 आईटी कंपनियों को जगह आवंटित हो चुकी है। यहां एक लाख वर्गफीट एरिया में आईटी भवन बनाया गया है। चौबीस घंटे बिजली व अन्य सुविधाएं मिलेंगी। पूरा होने पर हजारों कर्मचारियों को यहां पर रोजगार मिलेगा।
  • कंट्रोल कमांड सेंटर : एआईसीटीएसल में यह सेंटर बना है। इसकी लागत 51 करोड़ है। इस सेंटर पर नगर निगम द्वारा किए जा रहे सभी कामों पर मॉनीटरिंग हो सकेगी। साथ ही ट्रैफिक की स्थिति, किसी आपदा के समय होने वाले काम आदि के लिए भी सूचना तंत्र सक्रिय रहेगा।
  • स्मार्ट इंडस्ट्रियल पार्क : यह पार्क 478 हेक्टेयर जमीन पर 300 करोड़ की लागत से बना है। यहां पर 25 उद्योगों को जमीन आवंटित हो चुकी है। यहां कुल 60 कंपनियां आएंगी और दस हजार करोड़ का निवेश आएगा, जिससे 15 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। एमपीआईडीसी द्वारा इसे बनाया गया है। यहां पर स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, पार्किंग आदि के लिए भी जमीन है।
  • आईएसबीटी : आईएसबीटी- आईडीए की स्कीम 129-169ए में साढ़े आठ हेक्टेयर जमीन पर 21 माह में 60 करोड़ की लागत से यह इंटर स्टेट बस टर्मिनल बनेगा। यहां से हर दिन 1440 बसें चलेंगी। यहां पर 32 बस एक साथ पार्क हो सकेंगी। यह आधुनिक होगा और यहां पर सभी तरह की सुविधाएं यात्रियों के लिए रहेंगी।

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