रायपुर. दक्षिण-पश्चिम मानसून मंगलवार को मध्य छत्तीसगढ़ से लौट गया, यानी अब बिलासपुर, सरगुजा, रायपुर और दुर्ग संभाग में जो भी बादल अाएंगे, मानसून के नहीं होंगे। बस्तर से अगले 24 घंटे यानी बुधवार रात तक मानसून विदा हो जाएगा। इस बार मानसून प्रदेश में अच्छी बारिश लेकर अाया और यहां सामान्य से 10 फीसदी ज्यादा बारिश रिकाॅर्ड की गई है। यह बात अलग है कि राजधानी वाले जिले रायपुर में बारिश सामान्य से 2 प्रतिशत कम है। मानसून की विदाई के साथ प्रदेश में हवा की दिशा बदल गई है। उत्तर से अा रही हवा थोड़ी ठंडी है, इसलिए अब रात ठंडी होने लगेगी।
छत्तीसगढ़ में मानसून के दौरान यानी जून से सितंबर तक दक्षिण-पश्चिम हवा से बारिश होती है। इसके बीतने के बाद दक्षिण भारत के तमिलनाडु और आंध्रप्रदेश तथा आसपास उत्तर-पूर्वी मानसून सक्रिय होने लगता है। यहां इसी मानसून से बारिश होती है। यहां होने वाली बारिश का असर छत्तीसगढ़ पर भी रहता है। नवंबर-दिसंबर से लेकर जनवरी तक राजधानी में कभी-कभी हल्की बारिश होती है।अरब सागर की नमी आती है। जब तक इस नमी का असर रहता है ठंड थोड़ी कम हो जाती है लेकिन आसमान साफ होते ही उत्तरी हवा फिर प्रभावी होती है और ठंड बढ़ जाती है।
मानसून मतलब हवा की दिशा बदलना
मौसम विज्ञानियों के अनुसार सामान्य अर्थों में हवा की दिशा बदलना ही मानसून का आना और लौटना है। जब दक्षिण-पश्चिम से उत्तर, पूर्व और पश्चिम की ओर बहती है तो उसे दक्षिण-पश्चिम मानसून का आना कहते हैं। जब हवा की दिशा उत्तर और उत्तर-पूर्व से मध्य भारत होते हुए दक्षिण भारत की ओर बहनी शुरू हो जाती है तो उसे ही मानसून का लौटना करते हैं।
ऐसे पड़ा मानसून नाम
अंग्रेज़ी शब्द मॉनसून पुर्तगाली शब्द (मॉन्सैओ) से निकला है। इसका मूल उद्गम अरबी शब्द मॉवसिम (मौसम) से आया है। यह शब्द हिंदी व उर्दु तथा विभिन्न उत्तर भारतीय भाषाओं में भी प्रयोग में लाया जाता है। इसकी एक कड़ी आधुनिक डच शब्द मॉनसन से भी मिलती है। इस परिभाषा के अनुसार विश्व की प्रमुख वायु प्रणालियां शामिल की जाती हैं। इनकी दिशा ऋतु के अनुसार बदलती रहती है।
मानसून के आने से लौटने तक रायपुर में पांच फीसदी कम, छग में 10 फीसदी ज्यादा बारिश
जून में मानसून के आने से लेकर लौटने तक रायपुर समेत छत्तीसगढ़ में सामान्य बारिश हुई है। रायपुर में 1006.9 मिमी बारिश हुई है। यह औसत से पांच फीसदी कम है वहीं पूरे छत्तीसगढ़ में 1295.4 मिमी बारिश हुई है। यह औसत से दस फीसदी अधिक है। 27 में से 6 जिलों में औसत से ज्यादा बारिश हुई है। 18 जिलों में सामान्य जबकि महज तीन जिले जशपुर, मुंगेली और सरगुजा में बारिश औसत से कम है। ओवरअॉल छत्तीसगढ़ में बारिश अच्छी मानी जा रही है।
Comment Now