भोपाल . रोहित अग्रवाल ने प्रोफेसर कॉलोनी इलाके में एक प्लॉट का सौदा तय होने के बाद 27 जून को ई रजिस्ट्री कराई थी। लेकिन एरर आने के बाद प्रिंट नहीं निकला। सब रजिस्ट्रारों के माध्यम से इसकी शिकायत पंजीयन मुख्यालय के संपदा सॉफ्टवेयर में दर्ज कराई थी। लेकिन यहां पर अफसरों ने सिर्फ आश्वासन दिया, समस्या के समाधान के लिए रोहित दफ्तरों के कई चक्कर लगा चुके हैं। लेकिन तीन महीने बाद भी समस्या का समाधान नहीं हुआ है। रोहित की तरह हर करीब 900 लोगों को रजिस्ट्री से संबंधित समस्या के समाधान के लिए परेशान होना पड़ रहा है।
2015 में ई रजिस्ट्री की शुरूआत के वक्त सरकार ने इसमें आने वाले तकनीकी खामियां को दूर करने के लिए विप्रो कंपनी को ठेका दिया था। यह ठेका मार्च 2019 में खत्म हो गया। तभी से हर दिन दस्तावेजों से जुड़ीं 30 से ज्यादा 40 शिकायतें ऑनलाइन दर्ज की जा रही थी, कंपनी का ठेका खत्म होने के बाद सरकार के पास ऐसे कोई इंजीनियर नहीं थे, जो इन शिकायतों का समाधान कर सकें। संपदा के प्रभारी अधिकारी स्वप्नेश शर्मा ने बताया कि शासन से मंजूरी के बाद 10 इंजीनियरों को पेंडिंग शिकायतों के समाधान की जिम्मेदारी दी गई है। एक सप्ताह के भीतर शिकायतों का समाधान हो जाएगा।
ऐसी भी शिकायतें हैं पेंडिंग
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