Thursday, 12th June 2025

अलर्ट / जम्मू-श्रीनगर हाइवे पर हमले का खतरा, कार बम का इस्तेमाल कर सकते हैं आतंकवादी

Tue, Oct 15, 2019 4:30 PM

 

  • जैश-ए-मोहम्मद, हिजबुल मुजाहिदीन और लश्करे तैयबा के दहशतगर्द सक्रिय
  • पुलवामा की तर्ज पर सुरक्षाबलों पर हमला कर सकते हैं आतंकवादी
  • हमले की चेतावनी जारी होने के बाद सुरक्षाबल अलर्ट

 

नई दिल्ली. जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाइवे पर आतंकी हमले की योजना बना रहे हैं। खुफिया एजेंसियों ने सुरक्षा बलों के साथ स्थानीय पुलिस को आतंकियों की इस नई रणनीति के बारे में सूचना दी है। अलर्ट के बाद सुरक्षाबलों ने हाइवे पर सरकारी वाहनों की आवाजाही पर सघन निगरानी शुरु कर दी है।

इंटेलीजेंस अलर्ट के मुताबिक, आतंकवादी सुरक्षाबलों पर हमला करने के लिए कार बम का इस्तेमाल कर सकते हैं। पुलवामा की तर्ज पर विस्फोटकों से लदी कार और आईईडी से सुरक्षा बलों पर हमला किया जा सकता है। रिपोर्ट में बताया गया है कि आतंकवादियों का स्थानीय नेटवर्क इस तरह के हमले की योजना बनाने और उन्हें अंजाम देने में माहिर है।

पाकिस्तान ने तीन आतंकी संगठनों को दी जिम्मेदारी

एक अन्य इनपुट में कहा गया है कि पाकिस्तान की सेना और आईएसआई ने तीन आतंकी संगठनों- लश्करे तैयबा, हिजबुल मुजाहिदीन और जैश-ए-मोहम्मद को जम्मू-कश्मीर समेत पूरे भारत में आतंकी हमले करने के साथ राजनेताओं और पुलिसकर्मियों की हत्या करने की जिम्मेदारी दी गई है।

पाकिस्तानी सेना ने जैश-ए-मोहम्मद को जम्मू-कश्मीर नेशनल हाइवे पर हमला करने की जिम्मेदारी दी गई है। लश्करे तैयबा को आंतरिक सुरक्षा प्रतिष्ठानों पर हमला करने को कहा गया है। वहीं, हिजबुल मुजाहिदीन को राजनेताओं और पुलिसकर्मियों की हत्या करने की जवाबदारी सौंपी गई है।

नेशनल हाइवे की सुरक्षा करना हमेशा चुनौतीपूर्ण

सुरक्षा बलों के मुताबिक जम्मू और श्रीनगर को जोड़ने वाले नेशनल हाइवे पर आतंकी हमले का खतरा बना रहता है। साथ ही हमले के बारे में अलग-अलग एजेंसियों से कई तरह की सूचनाएं मिलती रहती हैं। ऐसे में हाइवे की सुरक्षा हमेशा से चुनौती भरा काम रहा है।

इससे पहले सोमवार की सुबह पुलिस और सुरक्षाबलों ने संयुक्त अभियान में कश्मीर के गांदेरबल से हिजबुल मुजाहिदीन के 2 आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है। उनसे एके-47 रायफल और गोला-बारूद बरामद हुआ है।

Comments 0

Comment Now


Videos Gallery

Poll of the day

जातीय आरक्षण को समाप्त करके केवल 'असमर्थता' को आरक्षण का आधार बनाना चाहिए ?

83 %
14 %
3 %

Photo Gallery