बीजापुर. छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों ने एक बार फिर पुलिस मुखबिरी के शक में एक ग्रामीण की हत्या कर दी। उसका शव नक्सलियों ने सड़क पर फेंक दिया, जिसे पुलिस ने शनिवार सुबह बरामद कर लिया है। शव के पास ही नक्सलियों ने पर्चे भी फेंके हैं। इसमें तेलंगाना पुलिस के साथ मिलकर काम करने और स्थानीय ग्रामीणों को झूठे केस में फंसाने का आरोप लगाया है। इससे पहले भी एक अक्टूबर को नक्सलियोंे ने मुखबिरी के शक में एक आदिवासी ग्रामीण की हत्या कर दी थी।
जानकारी के मुताबिक, घटना भद्रकाली थाना क्षेत्र की है। नक्सलियों ने धारदार हथियार से गला रेतकर युवक की हत्या की है। मारा गया युवक दुधेड़ा निवासी परके किस्तैया है। शव की पहचान के लिए नक्सलियों ने पास फेंके पर्चे में उसका नाम और गांव का नाम भी लिखा है। नक्सलियों ने आरोप लगाया है कि युवक वर्ष 2016 से तेलंगाना पुलिस के संपर्क में रहते हुए मुखबिरी कर रहा था। नक्सलियों के मद्देड एरिया कमेटी ने इस वारदात को अंजाम दिया है। घटना की पुष्टि एसपी दिव्यांग पटेल ने की है।
नक्सलियों ने जारी पर्चे में कहा है कि युवक को बार-बार समझाइश दी गई थी, लेकिन वह मुखबिरी करने से बाज नहीं आ रहा था। मुखबिरी कर वह पुलिस से पैसे भी ले रहा था। उसने कई ग्रामीणों को भी झूठे केस में फंसवाया था। अपने कार्य में सुधार नहीं लाया इसलिए मौत की सजा दी गई है। इससे पहले भी नक्सलियों की नेशनल पार्क एरिया कमेटी ने बीजापुर के तोयनार मार्ग माड़वी रामलु की हत्या कर दी थी। वारदात के बाद घटना स्थल पर पर्चे फेंक कर मुखबिरी करने का आरोप लगाया था।
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