कोरबा. शहर के एक व्यापारी परिवार की महिला का मोबाइल खराब हो गया। सैमसंग के सर्विस सेंटर में बनने के लिए पहुंचा तो कर्मचारी ने मोबाइल से डाटा चोरी कर लिया। इसमें महिला की उसके पति के साथ निजी पलों की तस्वीरें थीं। इसके बाद फेसबुक पर फर्जी आईडी बनाकर महिला को ब्लैकमेल करते हुए 10 लाख रुपए मांगे। इस पर महिला के पति ने सिटी कोतवाली में एफआईआर दर्ज करा दी। पुलिस ने साइबर पुलिस के साथ मिलकर करीब एक महीने की मशक्कत से मंगलवार को दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
दरअसल, व्यापारी परिवार की बहू के मोबाइल की स्क्रीन मार्च 2019 में गिरने से टूट गई थी। इस पर मोबाइन दर्री रोड स्थित सैमसंग सर्विस सेंटर में बनाने को दिया गया था। मोबाइल पर महिला के कई पर्सनल फोटो थे। मोबाइल बन जाने के करीब 5 माह बाद अगस्त में फेसबुक पर फर्जी नाम की आईडी से फ्रेंड रिक्वेस्ट आई, जिसे महिला ने किसी करीबी का होना सोचकर स्वीकार कर लिया। इसके बाद फेसबुक यूजर्स ने महिला को उसके पसर्नल फोटो मैसेंजेर में भेजकर ब्लैकमेल करना शुरू किया।
महिला की आपत्तिजनक फोटो को फेसबुक समेत सोशल मीडिया प्लेटफाॅर्म में वायरल करने की धमकी देते हुए 10 लाख रुपए मांगे। रकम नहीं मिली तो उसने पहले महिला के फ्रेंड सर्किल के लोगों को अपनी फर्जी आईडी से जोड़ा। फिर 27 अगस्त से 2 अक्टूबर के बीच महिला के कई पर्सनल फोटोग्राफ्स प्रोफाइल व स्टोरी में अपलोड कर दिए। दबाव बनाने महिला के फोटो में चेहरा धुंधला कर दिया गया था। पुलिस ने मंगलवार को आरोपी दुर्गेश पटेल (19) व उसके सहयोगी सुभाष पटेल (22) को गिरफ्तार कर लिया है।
मुख्य आरोपी दुर्गेश पटेल मूलत: नुनेरा (पाली) का है, जो तुलसीनगर में रहता है। वह दर्री रोड स्थित एक मोबाइल सर्विस सेंटर में एकाउंट सेक्शन का कर्मचारी है। उसने सर्विस सेंटर से मोबाइल का डाटा चुराया था। महिला की जानकारी लेकर उसने बड़ी रकम हासिल करने अपने रिश्तेदारी में भाई सुभाष पटेल के साथ योजना बनाई। सुभाष ढोढीपारा का रहने वाला है, जो बालको प्लांट के एक ठेका कंपनी में मैनेजर है। उन्होंने महिला के मोबाइल से चुराया डाटा पेन ड्राइव में रखा था, जिसे जब्त कर लिया गया।
दुर्गश सॉफ्टवेयर व मोबाइल एप का जानकार है। उसने हेलमेट पहनकर ओएलएक्स से मोबाइल खरीदा। फिर फर्जी सिम जुगाड़ा। मोबाइल व सिम का इस्तेमाल वह सिर्फ ब्लेकमेलिंग के लिए इंटरनेट पर कर रहा था। साॅफ्टवेयर के जरिए वह अपना लोकेशन आयरलैंड दिखा रहा था। सीएसपी कोरबा राहुल देव शर्मा ने यूजर्स से अपील की है कि सर्विस सेंटर या अन्य स्थान पर मोबाइल बनने देते समय उसमें रखा गोपनीय और पर्सनल डाटा फार्मेट कर लें। साॅफ्टवेयर व एप के जरिए मोबाइल पर डिलीट किए गए डाटा रिकवर हो जाते हैं।
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