नई दिल्ली. कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने रविवार को कहा कि आरएसएस और भाजपा के पास कोई राष्ट्रवादी नेता नहीं है। इसलिए उन्होंने सरदार पटेल, महात्मा गांधी और डॉ. अंबेडकर को अपनाया है। सिंह ने शनिवार को कहा था कि भाजपा और बजरंग दल के कुछ लोग आईएसआई की जासूसी कर रहे हैं। उनके इस बयान पर विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा है कि यदि उनके पास कोई जानकारी है तो सीबीआई को दिग्विजय से पूछताछ करनी चाहिए। अगर उनका आरोप झूठा साबित होता है तो उन्हें सजा दी जानी चाहिए।
भाजपा के लोग आईएसआई से पैसा लेते हैं’
दिग्विजय ने कहा था कि भाजपा अपने को राष्ट्रवादी पार्टी बताती है और कहती है कि वह पाकिस्तान के खिलाफ लड़ रही है। यह किस तरह की राष्ट्रवादिता है कि उनके लोग ही रुपए लेकर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करते हैं। कांग्रेस नेता ने दावा किया, ‘‘भाजपा और बजरंग दल के कुछ लोग आईएसआई की जासूसी करते हुए पकड़े भी गए थे। जो अब जमानत पर बाहर घूम रहे, लेकिन उन पर केस अब भी चल रहा है।’’
‘आपका गांधी, गोडसे या गोवलकर दर्शन?’
सिंह ने 2 अक्टूबर को इंदौर में कहा था कि यह अजीब है कि जिस विचारधारा ने महात्मा गांधी की हत्या की, उसका अपने कार्यकर्ताओं को संदेश है कि एक महीने तक हर पंचायत में पदयात्रा करो। आप वहां कौन-सा दर्शन जनता के सामने रखेंगे, गांधी दर्शन रखेंगे या गोडसे या गोलवलकर दर्शन?
‘हिंदू कट्टरपंथ देश के लिए खतरनाक’
दिग्विजय ने हिंदुओं के कट्टरपंथ को देश के लिए घातक बताया था। उन्होंने कहा था- हमने यूएन में पाकिस्तान के प्रधानमंत्रीजी इमरान खान का भाषण सुना, वे कट्टरपंथी इस्लाम की बात कर रहे थे। वहां बहुसंख्यक आबादी (मुस्लिम) का सांप्रदायिकरण हुआ। उसके जवाब में भारत में हिंदुओं का कट्टरपंथीकरण करना भी उतना ही खतरनाक है।
Comment Now