भोपाल . शनिवार... दाेपहर तीन बजे तीखी धूप... इसके बाद अचानक माैसम के तेवर बदल गए। बादल छाए अाैर गरज- चमक के साथ तेज बारिश हाेने लगी। अाधा घंटे में शहर अस्त- व्यस्त हाे गया। 10, 11, 12 नंबर स्टाप, 1100 क्वार्ट्स समेत 12 स्थानों पर सड़काें पर पेड़ गिरे। इससे बिजली के तार टूट गए। इस वजह से 1100 क्वार्टर्स, अरेरा काॅलाेनी, शाहपुरा इलाके की कई कॉलोनियों में बिजली गुल रही। इस दाैरान कई चाैराहाें पर ट्रैफिक सिग्नल भी बंद हाे गए थे। मौसम वैज्ञानिकाें के अनुसार आज भी बूंदाबांदी के आसार हैं।
माैसम केंद्र के डिप्टी डायरेक्टर वेद प्रकाश ने बताया कि यह 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार का झंझावात था। इसे लाेकल तूफान भी कहा जाता है। बिजली कंपनी के साउथ डिवीजन के डीजीएम समीर शर्मा ने बताया कि तीन फीडर से बिजली सप्लाई थाेड़ी देर बाद ही चालू कर दी गई थी। शाम 7:30 बजे पूरे क्षेत्र में सप्लाई बहाल हाे गई थी।
बिजली कड़कने से ट्रैफिक सिग्नल बंद, लगा ट्रैफिक जाम : शनिवार शाम बिजली की गड़गड़ाहट की वजह से अाईएसबीटी, बाेर्ड अाॅफिस समेत कुछ चाैराहाें पर ट्रैफिक सिग्नल बंद हाे गए थे। इस वजह से इन चाैराहाें पर ट्रैफिक जाम के हालात भी बने। हबीबगंज अंडरब्रिज, रचना नगर अंडरब्रिज पर भी कुछ देर के लिए ट्रैफिक जाम रहा।
इन स्थानों पर गिरे पेड़
ये है लोकल तूफान... 3 से 4 घंटे तक रहती है इसकी अवधि : माैसम केंद्र के डिप्टी डायरेक्टर ने बताया कि जब नमी बहुत ज्यादा या बहुत कम नहीं हाेती। एेसे में जब तापमान बढ़ता है ताे वातावरण में अस्थिरता हाेती है। दाेपहर 2 से रात 8 बजे तक 6 घंटे में झंझावात के हालात बन जाते हैं। इसे लाेकल तूफान भी कहते हैं। इनके बने रहने की अवधि 3 से 4 घंटे हाेती है। इसके अाखिरी चरण में बिजली गिरने की अाशंका ज्यादा बढ़ जाती है। जलाशयाें के पास एेसा ज्यादा हाेता है, इसीलिए शाहपुरा तालाब के अासपास के क्षेत्र में इसका ज्यादा असर हुअा।
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