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पहली बार / सऊदी अरब पर्यटकों के लिए टूरिस्ट वीजा जारी करेगा, तेल से आय पर निर्भरता खत्म करने के लिए फैसला

Fri, Sep 27, 2019 4:32 PM

 

  • क्राउन प्रिंस सलमान के विजन-2030 के तहत सऊदी में कड़े नियमों में कई बदलाव किए जा रहे
  • पहले सिर्फ विदेश से आने वाले कामगारों, उनके परिवारवालों और मुस्लिम तीर्थयात्रियों को ही मिलता था वीजा

Dainik Bhaskar

Sep 27, 2019, 09:47 AM IST

रियाद. सऊदी अरब पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अब टूरिस्ट वीजा जारी करेगा। सऊदी शासन ने शुक्रवार को विश्व पर्यटन दिवस पर इसका ऐलान किया। दरअसल, सऊदी अरब अब अपनी अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिए तेल पर निर्भरता कम करना चाहता है। क्राउन प्रिंस सलमान इसके लिए विजन 2030 कार्यक्रम सामने रख चुके हैं। ऐसे में उनका शासन पर्यटन को आय का नया जरिया बनाना चाहता है। 

सऊदी में यूनेस्को की 5 वर्ल्ड हेरिटेज साइट

  1.  

    इससे पहले सऊदी में सिर्फ विदेश से नौकरी के लिए आने वाले कामगारों, उनके परिवारवालों और मक्का-मदीना जाने वाले मुस्लिम तीर्थयात्रियों के लिए ही वीजा जारी होता था। सऊदी के पर्यटन मंत्री अहमद अल-खतीब ने इस फैसले को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि हमारे पास जो कुछ भी पर्यटकों को दिखाने के लिए है, उसे देखकर वे चौंक जाएंगे। हमारे पास यूनेस्को की पांच वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स, शानदार स्थानीय संस्कृति और प्राकृतिक संपदा है। 

     

  2. विदेशी महिलाओं के लिए पहनावे के नियमों में छूट

     

    ब्लूमबर्ग से हुई बातचीत में खतीब ने बताया कि सऊदी 49 देशों के नागरिकों के लिए ऑनलाइन टूरिस्ट वीजा आवेदन शुरू करेगा। इसमें विदेशी नागरिकों के लिए नियमों में छूट भी दी जाएगी। विदेशी महिलाओं के लिए कड़े ड्रेस कोड के नियम खत्म किए जाएंगे। इससे वे ‘अबाया’ (चेहरे को ढंकने का कपड़ा) पहने बिना भी सड़कों पर निकल सकेंगी। हालांकि, उन्हें शालीन कपड़े पहनने होंगे।  

     

  3. सऊदी में कड़े नियमों में छूट जारी

     

    सऊदी अरब ने हाल ही में महिलाओं को बिना पुरुष अभिभावकों की मंजूरी के विदेश यात्रा पर जा सकने वाला कानून पास किया था। महिलाओं को अपनी पसंद से शादी करने में भी छूट दी गई है। सऊदी इससे पहले पारंपरिक गार्जियनशिप सिस्टम के तहत महिलाओं को कानूनी रूप से स्थाई तौर पर अवयस्क माना जाता था। क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के सत्ता में आने के बाद से यहां महिलाओं को कई हक मिले हैं। दो साल पहले महिलाओं को फुटबॉल स्टेडियम में बैठकर मैच देखने की इजाजत मिली थी। वहीं उन्हें ड्रा‌इविंग की छूट भी पिछले साल जून में दी गई थी। 2020 तक 30 लाख महिलाओं को ड्राइविंग लाइसेंस दिए जाने का लक्ष्य है।

     

  4. विजन 2030 का असर

     

    सऊदी अरब की गिनती दुनिया के सबसे कट्टरपंथी देश के तौर पर होती है, जहां महिलाओं के लिए पाबंदियां बहुत ज्यादा और सख्त हैं। हालांकि, देश विजन 2030 के तहत तेल के निर्यात से होने वाले राजस्व पर निर्भरता कम करना चाहता है। प्रिंस सलमान इसके लिए देश में कई बदलाव कर रहे हैं। महिलाओं पर लगी पाबंदियों और नियम-कायदों को ढील देने के साथ सऊदी के लोगों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाने जैसे फैसले लिए गए हैं।

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