भाेपाल | 90 दिन बीत गए, लेकिन मानसून है कि मान ही नहीं रहा है। बुधवार काे शहर सुबह से रात तक हुई बारिश से तीन बार भीगा। रात 8.30 बजे तक 1.7 सेमी बारिश दर्ज की गई। वरिष्ठ माैसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश ने बताया कि ये घने बादल बुधवार सुबह सबसे पहले नरसिंहपुर के गाडरवाड़ा में बने। वहां से ये दाेपहर में रायसेन के उदयपुरा पहुंचे। शाम करीब 6 बजे ये मूव करते हुए भाेपाल पहुंचे। इनकी ऊंचाई जमीन से 1.5 से 9.5 किमी तक थी। इन्हीं बादलाें ने राजधानी काे भिगाेया। चक्रवाती तूफान हिका के कारण अरब सागर अाैर तमिलनाडू में बने सिस्टम के कारण बंगाल की खाड़ी से भी नमी अाने से यह स्थिति बनी।
मान नहीं रहा मानसून
यह भी हैं दाे खास वजह - वरिष्ठ माैसम वैज्ञानिक एके शुक्ला ने बताया कि बारिश के लिए जरुरी माने जाने वाले मानसूनी सिस्टम लगातार बनते रहे। इस बार अगस्त में मानसून ब्रेक की स्थिति नहीं बनी। इस वजह से लगातार अाैर रिकार्ड बारिश हुई।
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