Tuesday, 10th June 2025

बयान / विधानसभा चुनाव से पहले पवार बोले- पुलवामा जैसी घटना ही महाराष्ट्र में लोगों का मूड बदल सकती है

Sat, Sep 21, 2019 5:03 PM

 

  • शरद पवार ने कहा- लोकसभा चुनाव के पहले लोगों में नरेंद्र मोदी सरकार के प्रति गुस्सा था, पुलवामा हमले ने पूरी स्थिति को बदलकर रख दिया
  • 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर फिदायीन हमला हुआ था, 40 जवान शहीद हुए थे
  • इसके बाद 26 फरवरी को वायुसेना ने पाक सीमा में घुसकर आतंकी ठिकानों पर बम गिराए 

 

औरंगाबाद. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार ने शुक्रवार को कहा कि महाराष्ट्र के लोगों में भाजपा नेतृत्व को लेकर बहुत असंतोष है। केवल पुलवामा जैसी घटना ही लोगों का मूड बदल सकती है। पवार ने पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात करने के बाद प्रेस वार्ता में यह बात कही।

उन्होंने कहा, ‘‘लोकसभा चुनाव 2019 के पहले लोगों में नरेंद्र मोदी सरकार के प्रति गुस्सा था। मगर पुलवामा हमले ने पूरी स्थिति को बदलकर रख दिया। आगामी विधानसभा चुनाव के पहले मैं प्रदेश सरकार के खिलाफ बीते कुछ महीनों से लोगों में गुस्सा देख रहा हूं।’’ 


‘हमारी कोशिश धर्मनिरपेक्ष ताकतों को साथ लाने की’

पवार के मुताबिक, ‘‘हम धर्मनिरपेक्ष ताकतों को (चुनाव के लिए) साथ लाने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस और राकांपा एक साथ आए हैं। हम बहुजन विकास अगाड़ी, समाजवादी पार्टी और अन्य छोटे दलों को अपने साथ लेने की कोशिश कर रहे हैं। राकांपा, राज ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के साथ हाथ मिलाने को तैयार थी, लेकिन कांग्रेस इसके लिए राजी नहीं हुई।

‘मेरे सत्ता में न होने के बावजूद क्षेत्र का विकास हुआ’ 
पवार यह भी कहते हैं, ‘‘कुछ नेताओं का कहना है कि वे अपने निर्वाचन क्षेत्रों के विकास को सुनिश्चित करने के लिए भाजपा या शिवसेना में शामिल हो रहे हैं। लेकिन 52 साल के अपने राजनीतिक करियर में मैं लंबे समय तक सत्ता में नहीं रहा। फिर भी बारामती (पवार का पूर्व निर्वाचन क्षेत्र) के विकास में बाधा नहीं आई।’’

‘मोदी सरकार ने जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया’

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान लोगों ने ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) और सीबीआई जैसी जांच एजेंसियों का अस्तित्व जाना। मैंने कई प्रधानमंत्रियों के साथ काम किया है, लेकिन इस तरह का दुरुपयोग (एजेंसियों का) पहले नहीं देखा गया।’’

भारत सरकार ने एयरस्ट्राइक का फैसला लिया

14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों की टुकड़ी पर फिदायीन हमला किया गया था। इसमें 40 जवान शहीद हुए थे। इसके बाद सरकार ने 26 फरवरी को पाकिस्तान में स्थित आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक करने का कदम उठाया था। ऐसा माना गया कि इससे मोदी सरकार की लोकप्रियता में इजाफा हुआ।

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