रायपुर | नान घोटाले के आरोपियों शिवशंकर भट्ट और चिंतामणि चंद्राकर के बयानों को लेकर सीएम भूपेश बघेल और पूर्व सीएम रमन िसंह के बीच मंगलवार को जुबानी जंग हुई। दंतेवाड़ा जाने से पहले रमन सिंह ने जहां सरकार पर बदले की भावना से कार्रवाई का आरोप लगाया तो वहां से लौटे सीएम बघेल ने कहा कि सरकार दोनों के बयानों पर कार्रवाई कर रही है।
सीएम भूपेश बघेल ने नान के अधिकारी चिंतामणि के एफिडेविट पर कहा कि भाजपा शासन में एसीबी और ईओडब्लू ने नान अधिकारियों के यहां छापे मारे थे तो वह क्या बदलापुर था? अगर किसी सरकारी अधिकारी के खिलाफ कोई शिकायत होगी तो यह क्या दोनों संस्थाएं उसकी जांच नहीं कर सकती। देखिए, मैंने तो चुनौती दी है कि अगर बदले की भावना से एक भी कार्रवाई हो रही है तो बताएं, लेिकन रमन सिंह पहले चुप थे और अब आरोप लगा रहे हैं। जोगी और उनके परिवार खिलाफ कार्रवाई हुई है तो जांच अाखिर शुरू किसने की थी। जांच तो रमन सिंह और उसकी सरकार ने शुरू की थी। नान कार्यालय में छापा किसने मारा था रमन सिंह ने। अंतागढ़ में गड़बड़ी किसने की थी, एफआईआर कब हुआ था। रमन सिंह के कार्यकाल में। तो बदलापुर कैसा?
एक-दो खुलासों से ही डगमगाई भाजपा की नैया, 16 खुलासे बाकी: मंतूराम
बड़गांव/कांकेर | अंतागढ़ विधानसभा उपचुनाव में अंतिम समय में नामांकन वापस लेकर सुर्खियों में आए पूर्व विधायक मंतूराम पवार ने राजनीतिक जगत में हलचल मचाने वाले बड़े खुलासे करने का दावा किया है। मंतूराम ने मंगलवार को अपने आवास पर खास बातचीत में कहा कि अभी तो मैंने एक-दो ही खुलासे किए हैं, उन्हीं से प्रदेश में भाजपा की नैया डगमगाने लगी है। अभी एक के बाद एक डॉ. रमन सिंह और अजीत जोगी को लेकर लगातार 16 सनसनीखेज खुलासे करूंगा। बता दें कि उपचुनाव में सौदेबाजी के मामले में कोर्ट में बयान देने के बाद भाजपा ने पवार को पार्टी से बाहर कर दिया था।
पूर्व सीएम डॉ. रमन िसंह ने नान के सीएम कहे जाने वाले चिंतामणि चंद्राकर पर हो रही कार्रवाई पर कहा कि प्रदेश में अपराधियों को गवाह बनाने की शुरू हुई नई परंपरा देश में कहीं नहीं है। यहां डरा-धमका कर आरोपियों को गवाह बनाया जा रहा है। जो मुख्य अभियुक्त है, वह 4 साल की सजा काट चुका है। चिंतामणि को कैसे उठाया गया है यह सबके सामने है। झूठ व फरेब की सरकार नहीं चलती। जनता सब देख रही है। रमन ने यह भी कहा कि जो भी आरोप सरकार हम पर लगाना चाहे लगा ले। हम सभी के जवाब देंगे।
मंतूराम ने वाइस सैंपल के लिए दी सहमति डॉ. पुनीत गुप्ता के वकील ने किया विरोध
अंतागढ़ टेपकांड में फंसे उपचुनाव में कांग्रेस के तत्कालीन प्रत्याशी मंतूराम पवार ने विशेष न्यायालय लीना अग्रवाल के यहां मंगलवार को वाइस सैंपल देने के लिए अर्जी लगा दी। शेष|पेज 10
उन्होंने कोर्ट में कहा है कि वे एसआईटी को अपनी आवाज का सैंपल देने को तैयार हैं। जबकि डॉ. पुनीत गुप्ता के वकील ने वाइस सैंपल पर ही सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि वाइस सैंपल का मिलान ओरिजनल डिवाइस से किया जाता है। पुलिस के पास टेपकांड की ओरिजनल डिवाइस ही नहीं है, तो किससे सैंपल का मिलान किया जाएगा। उन्होंने एफआईआर को भी गलत बताया है। कोर्ट में उन्होंने तर्क दिया है कि हाईकोर्ट में कई बार अंतागढ़ टेपकांड को लेकर अर्जी लगी है। हर बार पूरे पहलुओं की सुनवाई और जांच के बाद खारिज कर दिया गया। एसआईटी में भी स्टे लगा हुआ है। पुलिस फिलहाल कोर्ट के आदेश की अवहेलना करते हुए जांच कर रही है। कोर्ट ने सुनवाई के बाद सुनवाई की तारीख आगे बढ़ा दी है। अब 20 सितंबर को इस मामले में सुनवाई होगी। एसआईटी ने टेपकांड में फंसे पूर्व सीएम अजीत जोगी, उनके बेटे अमित जोगी, डॉ. पुनीत गुप्ता और मंतूराम पवार के वाइस सैंपल के लिए अर्जी लगाई हैं। मंतूराम को छोड़कर बाकी तीनों के वकील ने इसका विरोध किया है। पहले भी एसआईटी को सैंपल देने से इंकार कर चुके हैं।
पुड़ो को भी प्रलोभन दिया गया था : पवार ने कहा कि अंतागढ़ उपचुनाव में मेरे नामांकन वापस लेने के बाद तब की भाजपा सरकार के दबाव में बाकी सबने तो नाम वापस ले लिया, लेकिन आंबेडकर राईट पार्टी के उम्मीदवार रूपधर पुड़ो ने नामांकन वापस नहीं लिया था। पुड़ो पर भी बहुत दबाव डालने के साथ प्रलोभन दिया गया था। वर्तमान में पुड़ो मेरे संपर्क में हैं, वे भी इन लोगों से जुड़े खुलासे करेंगे।
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