बीजापुर/धमतरी. नक्सलियों के प्लाटून कमांडर सुधीर कोरसा उर्फ प्रकाश ने आत्मसमर्पण कर दिया। बुधवार को बीजापुर पुलिस और अर्धसैनिक बल के अधिकारियों के सामने सुधीर पेश हुआ। वह 2005 से नक्सल गतिविधियों में शामिल था। अब सुरक्षाबलों को उम्मीद है कि सुधीर से कई अहम जानकारियां मिलेंगी। इस नक्सली पर 8 लाख का इनाम था। दूसरी तरफ धमतरी पुलिस ने बीजापुर के रहने वाले नक्सली रामु को गिरफ्तार किया।
बीजापुर एसपी दिव्यांग पटेल ने बताया कि परिवार के साथ रहने की चाहत के चलते सुधीर ने सरेंडर किया। एसपी के मुताबिक सुधीर शादी कर ली थी। नक्सल संगठन इसकी इजाजत नहीं देते। उसकी नसबंदी भी कर दी गई थी। इस नक्सली कमांडर का गांव मनकेली, बीजापुर से कुछ ही दूरी पर है। हम लगातार इसके परिवार के संपर्क में थे। परिवार के साथ रहने की चाहत के कारण नक्सलियों को साथ इसने छोड़ दिया।
सुधीर ज्यादातर सुकमा इलाके में सक्रिय था। यह ताड़मेटला में हुए बड़े हमले में भी शामिल था। इससे जुड़ी पूछताछ जारी है। 6 अप्रेल 2010 में यह हमला पैरामिलिट्री फोर्स पर हुआ देश का सबसे बड़ा नक्सली हमला था। इसमें सीआरपीएफ के 76 जवान शहीद हो गए थे। इस दिन120 जवान सर्चिंग पर निकले थे, तभी करीब 1000 नक्सलियों फायरिंग शुरू कर दी। नक्सलियों ने जवानों के हथियार और जूते भी लूट लिए थे।
बुधवार को जिले के कट्टीगांव-खालसा बिडरा के जंगलों की ओर सर्चिंग टीम निकली। इन्हें देखकर एक जंगलों में भागने लगा। जवानों ने इसे घेराबंदी कर पकड़ा। यह रामु उर्फ राम्यु वेक्यो था। बीजापुर का रहने वाला रामु इलाके में नक्सल घटनाओं को अंजाम दिया करता था। यह सितंबर 2017 में जोगी बिरदो में ग्रामीण की हत्या, नवम्बर 2018 में कारीपानी एकावारी कच्ची सड़क में टिफिन बम लगाने, जून 2019 में हुई मुठभेड़ में भी शामिल था।
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