भोपाल/मंदसौर/इंदौर. मंदसौर में सोमवार को बारिश थम गई और गांधी सागर बांध में भी पानी कम होने लगा, लेकिन बीते तीन दिन में हुई अति बारिश से बांध को क्या नुकसान हुआ है, यह जांचने के लिए मंगलवार को केंद्र से एक विशेषज्ञ दल मप्र आएगा। दरअसल, सोमवार को दिनभर बांध में दरार पड़ने की खबरें आती रहीं। जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव एम. गोपाल रेड्डी ने कहा कि बांध सुरक्षित है। पहली बार डैम में 2006 के बाद इतना पानी आया है, इसलिए हमने बांध की जांच के लिए केंद्र से विशेषक्ष दल भेजने का आग्रह किया था।
दूसरी तरफ, मंदसौर में दो दिन जलमग्न रहे बाजारों से पानी उतर गया है। व्यापारियों ने जब दुकानें खोलीं तो उसमें रखा सामान बर्बाद मिला। मंडी में 50 किलो के शक्कर के कट्टे 20 किलो के रह गए, चाय की पत्ती ने अपना रंग छोड़ दिया। 20 हजार लोग अब भी राहत शिविरों में है। कई गांवों में अब भी पानी भरा हुआ है।
अाज बंद हो सकते हैं गेट... 1318 फीट से घटकर 1314 पर पहुंचा पानी : गरोठ | सोमवार को भी गांधी सागर बांध के सभी 19 गेट खुले रहे। धीरे-धीरे बांध का वाटर लेवल कम होता जा रहा है। सोमवार शाम यह 1318 से घटकर 1314 फीट रह गया। शनिवार शाम को बांध का वाटर लेवल 1318 दर्ज किया गया था। इसके बाद बांध में पानी की आवक करीब सवा लाख क्यूसेक ही हो रही है। बांध से 6 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। मंगलवार को बांध के गेट बंद किए जा सकते हैं।
8 हजार करोड़ की फसल, 2 हजार करोड़ की सड़कें खराब : इंदौर. इस बार मप्र में औसत से 33% अधिक बारिश हुई है। इससे अभी तक 8 हजार करोड़ की फसल और 1800 से दो हजार करोड़ रु. की सड़क, मकान आदि का नुकसान हुआ है। कुल 10 हजार करोड़ की नुकसान सामने आया है। ये आंकड़ा बढ़ सकता है। इसकी रिपोर्ट मंगलवार सुबह तक केंद्र सरकार को भेज दी जाएगी, ताकि वहां से राहत राशि मिल सके। यह बात मुख्य सचिव सीएस मोहंती ने सोमवार को यहां कही। इसमें 20 मीटर के करीब इजाफा हुआ है।
सड़कें सितंबर अंत से सुधारेंगे : मोहंती ने कहा कि सभी सड़कों के सुधार का काम सितंबर अंत से शुरू हो जाएगा, जिसे नवंबर तक पूरा कर लेंगे। फसल बीमा के लिए इस बार 31 लाख से अधिक किसान दायरे में आ चुके हैं। सरकार प्रीमियम का 509 करोड़ जमा कर रही है। अभी तक 57 हजार किसानों का क्लेम आ चुका है।
पशुपतिनाथ मंदिर में भक्त निराश... तीन दिन से पट बंद, बाबा को न भोग लगा, न आरती हुई : मंदसौर के पशुपतिनाथ मंदिर में बाबा के दर्शन करने पर प्रतिबंध लगा हुआ है। शनिवार को प्रतिमा जलमग्न होने के बाद से यहां सफाई का कार्य पूरा नहीं हो पाया है। ऐसे में तीन दिनों से न भोग लगाया गया है, न ही किसी पहर की आरती की गई। पट तीन दिन से बंद हैं।
शिवराज बोले- केंद्र ने 1 हजार करोड़ दिए, बाद में पलटे : पीसी बोले - शिवराज के इशारे पर केंद्र ने 310 करोड़ रु. रोके - पॉलिटिकल रिपोर्टर, भोपाल। बाढ़ प्रभावितों को राहत के मामले में सियासत तेज हो गई है। सोमवार को पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मंदसौर के में कहा कि केंद्र ने बाढ़ राहत कोष में 1000 करोड़ रु. दिए हैं। दोपहर में ही वे इससे पलट गए।
उनसे जब केंद्र द्वारा राहत राशि दिए जाने पर सवाल किया तो उन्होंने कुछ भी जवाब नहीं दिया। कलेक्टर मनोज पुष्प ने इस तरह की किसी राशि की घोषणा होने या फिर राहत कोष में आने जैसी जानकारी होने से इनकार कर दिया। इधर, जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने पलटवार करते हुए कहा कि केंद्र से शिवराज के इशारे पर राज्य आपदा कोष में 310 करोड़ रु. नहीं दिए हैं। यह सब शिवराज के इशारे पर हुआ है। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्वालियर में कहा कि बाढ़ आपदा से पीड़ित लाेगाें के नाम पर राजनीति नहीं हाेना चाहिए।
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